देवासधर्म संकृति

देवास में 10:11 मिनट से शुरू होगा सूर्य ग्रहण, 01.42 पर होगा समाप्त

देवास लाइव।

कंकण सूर्यग्रहण:-संवत २०७७ आषाढ़ कृष्ण अमावश्या रविवार दिनांक २१जून २०२० को कंकनाक्रति सूर्यग्रहण समस्त भारत मे दृश्य (दिखाई देगा) होगा जिसका उज्जैन में स्पर्श आदि का विवरण इस प्रकार है :-

प्रारम्भ-ग्रहण स्पर्श काल दिन में १०बजकर११मिनट
मध्यकाल:- ग्रहण मध्यकाल दिन में ११बजकर ५२मिनट
समाप्त- ग्रहण समाप्त काल दिन में ०१बजकर ४२ मिनट

ग्रहण का पर्व काल ०३ घण्टा ३१ मिनट
भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों एवं कुछ नगरो में इस सूर्यग्रहण का स्पर्ष्यादि समय भारतीय समय मे इस प्रकार है-
कुरुक्षेत्र :- १०:२1से ०१:४७
हरिद्वार :- १०:२३ से ०१:५२
प्रयागराज:-१०:२९ से ०२:०२
वाराणसी:- १०:३१ से ०२:०४
दिल्ली:- १०:२० से ०१:४९
भोपाल:- १०:१४ से ०१:४७
इंदौर :- १०:११ से ०१:४३
खरगोन:- १०:१० से ०१:४३
रतलाम:- १०:०९। से ०१:४०
मन्दसौर:- १०:१०। से ०१:४०
धार :- १०:१० से ०१:४२

ग्रहण सूतक :- इस सूर्यग्रहण का सूतक ग्रहण आरम्भ के १२घंटे पूर्व अर्थात दिनांक २०जून २०२०( शनिवार)की रात्रि १० बजे बाद प्रारम्भ होगा |
यह सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र व मिथुन राशि मे होगा | अतः जिनकी राशि मिथुन/ जन्म नक्षत्र मृगशिरा/ जन्म लग्न मिथुन है उनके लिए विशेष अरिष्टप्रद है |
श्रेष्ठ फल:- मेष,सिंह,कन्या,मकर
माध्यम फल :- वृषभ,तुला, धनु,कुम्भ
अशुभ फल :- कर्क, वृश्चिक,मीन
आषाढ़ मास ,मृगशिरा नक्षत्र व मिथुन राशि मे ग्रहण होने से गेंहू,चांवल,मूंग,सोना,चांदी,व रस पदार्थो में तेजी आएगी।
शाशक- प्रशाशक वर्ग,कलाकार, यमुना नदी के तट के समीपवर्ती निवासी एवं उत्तम शीक्षीत कुलीन स्त्रियों आदि के लिए ग्रहण का फल अशुभप्रद है। ग्रहण के समय सिंह – कन्या लग्न पर मंगल की पूर्ण दृष्टि होने से कही कही हिंसा,रक्तपात,अग्निकांड, दुर्घटना से प्रभावित मनुष्य अत्यंत पीड़ित होंगे। लाल रंग की वस्तुओं में तेजी आएगी,कन्या लग्न पर गुरु की दृष्टी होने से अशुभ फलों में कमी आएगी।
*यह ग्रहण रविवार को होने से “चूडामणी”नामक योग बन रहा है इसमें स्नान ,दान,जप,हवन करने का कोटिगुना फल है

विशेष :- इस दिन अमावश्या होने से अमावश्या के दिन मंदिरो में दिया जाने वाला दान ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करने के बाद करे।

san thome school
Sneha

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button