सोनकच्छ: राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने निकाली ट्रैक्टर रैली, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

सोनकच्छ – किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने शुक्रवार को एक विशाल ट्रैक्टर रैली निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस रैली के माध्यम से किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर महामहीम राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जो नायब तहसीलदार योगेंद्र सिंह राठौड़ को सौंपा गया।

रैली की शुरुआत दोपहर करीब 12 बजे गंधर्वपुरी फाटा से हुई, जहां बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों के साथ एकत्रित हुए। रैली में संगठन के पदाधिकारी बैलगाड़ी पर सवार थे, जबकि एक ट्रैक्टर पर भगवान बलराम की प्रतिमा भी विराजित थी। यह रैली गंधर्वपुरी फाटा, बायपास मार्ग, सांवेर, बसस्टैंड और एमजी रोड से होते हुए कृषि उपज मंडी पहुंची, जहां सभा का आयोजन किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों ने किसानों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। महासंघ ने अपने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि सोयाबीन की फसल पिछले दस-बारह साल से किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है। महासंघ ने मांग की कि सोयाबीन की कीमत कम से कम 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल होनी चाहिए। इसके अलावा, कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 की धारा 34 का सख्ती से पालन करवाने की मांग की गई, जिसके तहत किसी भी कृषि उपज की बिक्री समर्थन मूल्य से कम पर नहीं होनी चाहिए।

महासंघ ने यह भी मांग की कि भूमि अधिग्रहण कानून को किसान हितैषी बनाया जाए और किसी भी कृषि योग्य भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जाए। यदि ऐसा होता है, तो किसानों को उनकी जमीन का दस गुना मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही, वर्तमान खरीफ सत्र में कपास की कीमत 10 हजार, मक्का 3 हजार और धान की कीमत 4 हजार रुपये प्रति क्विंटल तय की जाए।

कार्यक्रम का संचालन विजेंद्र सिंह पटेल ने किया और अंत में आभार व्यक्त करते हुए जिला महामंत्री संतोष जाट ने सभी किसानों और पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर प्रदेश संगठन मंत्री बहादुर सिंह ठाकुर, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक गोठी, संगठन मंत्री गोपाल पाटीदार, प्रदेश उपाध्यक्ष लालसिंह बागवान, प्रदेश मंत्री बाबूलाल पाटीदार, मालवा-निमाड़ प्रांत अध्यक्ष घनश्याम पटेल, जिलाध्यक्ष गगनसिंह पटेल और क्षेत्र के सैकड़ों किसान उपस्थित थे।

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