अब कोरोना वैक्सीन के नाम पर शुरू हो गई कमाई, ₹400 फीस लेकर डॉक्टर दे रहे है बीमार होने का सर्टिफिकेट

देवास लाइव। ढाई सौ का टीका और ₹400 डॉक्टर की फीस कुल मिलाकर करीब ₹650 में वैक्सीन लगाने का गोरख धंधा शुरू हो गया है।

सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। 60 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सरकारी टीकाकरण केंद्र में मुफ्त में यह टीका लगाया जा रहा है। सरकार द्वारा 45 से 59 वर्ष के उन लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है जो चिन्हित गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो। 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को डॉक्टर द्वारा दिया गया सर्टिफिकेट अनिवार्य है। सूत्रों के अनुसार यहीं पर सारा खेल शुरू हो गया है।

सूत्रों के अनुसार शहर के कई अस्पतालों और खुद की क्लीनिक में प्रैक्टिस करने वाले कुछ डॉक्टरों ने ₹400 तक फीस ले कर टीकाकरण के लिए बीमार होने का सर्टिफिकेट देना शुरू कर दिया है। ऐसे में कई लोग बीमारी ना होने पर भी इस सर्टिफिकेट पर टीकाकरण करवा रहे हैं जिसके कारण सिस्टम पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा है। वह लोग जो असल में बीमार हैं और वरिष्ठ नागरिक हैं उन्हें टीकाकरण में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और मुफ्त टीकाकरण में भी कमाई करने का रास्ता खोज लिया गया है। कुछ डॉक्टर भी अपने पैसे के सिद्धांतों के विपरीत काम करने लगे हैं ऐसे में समय रहते इस प्रकार की प्रवृत्ति पर लगाम लगाने की आवश्यकता है।

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