देवास लाइव। प्राइम हॉस्पिटल से शुरू हुआ रेमडेसिविर की कालाबाजारी का खेल अब अमलतास हॉस्पिटल तक जा पहुंचा है।
दरअसल 2 मई काे पुलिस काे मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक लड़की 27 हजार में रेमडेसिविर बेच रही है। पुलिस ने खुद मरीज का अटेंडर बनकर नर्स पूजा और अंकित से इंजेक्शन खरीदे और दाेनाें काे रंगे हाथाें गिरफ्तार किया। दाेनाें से पूछताछ के बाद रुद्र का नाम सामने आया। इसके बाद पूजा और रुद्र काे ताे जेल भेज दिया पर अंकित काे पुलिस ने एक दिन के रिमांड पर और रखा, उससे जब पूछताछ की गई ताे लाेकेंद्र का नाम सामने आया, लाेकेंद्र काे पुलिस ने गिरफ्तार किया ताे वीरेंद्र का नाम सामने आया, अब वीरेंद्र की गिरफ्तारी के बाद दाे नर्साें के नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी हाेना है। पुलिस लोकेन्द्र पर रासुका लगाने की तैयारी कर रही है
