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आरोप: भड़ापीपल्या सोसायटी के सहायक सचिव ने किया करोड़ों रूपए का भ्रष्टाचार, पीड़ित किसानों ने की शिकायत

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-ग्राम टिमरनी के 50 किसान पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष एवं सहकारिता उपायुक्त के पास 

-2013 में मृत किसान का खाता आज तक चालू, लेकिन पैसा परिवार को नही मिल रहा


देवास। भड़ापीपल्या सहकारी सोसायटी के सचिव व सेक्रेटरी पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार करने की शिकायत लेकर ग्राम टिमरनी के 50 किसान जिला मुख्यालय पहुंचे। किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए पहले भाजपा जिलाध्यक्ष को अपनी समस्याएं बताई। तत्पश्चात सहकारिता उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर आवेदन देकर अवगत कराया। 

 पीडि़त किसान शुभम सिंह गौड़ एवं नितेश पटेल ने बताया कि भड़ापीपल्या सोसायटी में कुल 9 गांव है, जिसमें 900 से भी अधिक किसान इसमें आते है। सभी किसानों के साथ सहायक सचिव व सेक्रेटरी ने धोखाधड़ी कर करोड़ों रूपए गबन किए है। सचिव जगदीश चौधरी एवं सेक्रेटरी सुरेंद्र मकवाना ने मिलीभगत से किसानों की बीमा राशि रबी सीजन वर्ष 2018-19 की राशि बीमा कम्पनी द्वारा जारी की गई, लेकिन सचिव द्वारा किसानों को पूर्ण राशि नहीं दी गई। किसानों की खाद बीज हो या मुआवजा राशि या फिर खाद खरीदने की राशि सभी में सचिव एवं सेक्रेटरी द्वारा गबन कर भ्रष्टाचार किया गया। सचिव द्वारा किसानों को खाद, बीज व फसल बीमा रसीदे भी नही दी जाती। कुछ दिनों पूर्व बीमा राशि की सूची सेक्रेटरी से मांगने पर उसने सूची उपलब्ध नही कराई। जिससे किसानों को पता नही लग पा रहा है कि खाते में कितनी राशि आई है। किसानों की बीमा राशि की सूची को सार्वजनिक रूप से चस्पा नही की जाती। सोसायटी में जब किसान खाद लेने जाते है तब सचिव जबरन किसानों से खाली विड्रॉल पर हस्ताक्षर करवा लेता है। किसान हस्ताक्षर करने के लिए मना करता है तो सचिव जगदीश चौधरी खाद देने से मना कर देता है।

 पीड़ित किसान संजू वर्मा ने बताया कि मेरे पिता की वर्ष 2013 में मृत्यु हो गई, लेकिन उनका खाता आज दिनांक तक चालू है। लेकिन उनकी मृत्यु के बाद से आज तक हमें एक रुपया नही मिला। 

 पीड़ित किसानों की आपबीती सुन भाजपा जिलाध्यक्ष ने कलेक्टर से फोन पर चर्चा की और 4 दिनों में जांच कराकर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। वहीं उपायुक्त ने किसानों से चर्चा कर कहा कि आप मुझे एक आवेदन में सभी पीड़ित किसानों की समस्या बता दे। उसके 15 दिन बाद मुझसे मिले। 

 इस अवसर पर रामेश्वर पटेल, मोहन सिंह सुनेर, भूरालाल गौड़, तोलाराम ठाकुर, मोहन टांक, पप्पू सुनेर, कमल युवराज, संदीप गौड़, महेश चौधरी, मोहनलाल गौड़, देवीसिंह चौधरी, लाखन सोलंकी, राजेश मालवीय, संजू वर्मा, हुकम सुनेर, बालाराम गेहलोत, लाखन सिंह ठाकुर, राहुल टांक, सुभाष सुनेर, रोहित ठाकुर सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

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