किसानों के केस वापस लेने का मामला, कांग्रेस ने कहा कमलनाथ ने किये थे केस वापस

देवास। कांग्रेस ने आरोप लगाया है की भाजपा मे झूठ बोलने की ट्रेनिंग दी जाती है यह तो आम जनता को पहले से ही पता था। भाजपा के नये नवेले सदस्य मनोज चौधरी ने भी इसकी ट्रेनिंग प्राप्त कर ली है। भाजपा सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात जिस तरह झूठी वाहवाही लूटने के लिए पुर्ववर्ती शिवराज सरकार द्वारा किसानो के उपर जो मुकदमें दर्ज किए गए थे उनको वापस लेने एवं प्रकरण, समाप्त करने के लिए जो बयान मनोज चौधरी ने दिया उसे हास्यपद बताते हुए जिला (ग्रामिण) कांग्रेस अध्यक्ष अशोक पटेल एवं जिला (शहर) कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने कहा है कि पूत के पाव पालने मे दिखने लगे। कमलनाथ सरकार के अपने वचन पत्र के अनुसार किसान आंदोलन मे प्रकरण वापसी का वचन दिया था तदनुसार शासन ने दिनांक 21.03.2020 को देवास कलेक्टर को आदेशित कर दिया था कि देवास के कुल 29 प्रकरण वापस लिए जाते है।
जो कि निम्नानुसार है।
थाना कोतवाली में दर्ज प्रकरण जिसका क्र. 603/17 थाना बी.एन.पी. मे दर्ज प्रकरण कुल संख्या 3 जिसका क्र. 359/17, 371/17, 372/17 थाना नाहर दरवाजा मे दर्ज प्रकरण कुल संख्या एक जिसका अपराध क्र. 152/17, थाना सोनकच्छ में दर्ज प्रकरण कुल संख्या एक जिसका अपराध क्र. 257/17 थाना भौरासा में दर्ज प्रकरण कुल संख्या 13 जिसके अपराध क्र. 100/17, 101/17, 102/17, 109/17, 103/17, 104/17, 105/17, 106/17, 107/17, 108/17, 110/17, 111/17, 113/17, थाना हाटपिपल्या मे दर्ज प्रकरण कुल संख्या 5 जिसके अपराध क्र. 227/17, 228/17, 229/17, 231/17, 230/17, तथा थाना बागली के अपराध क्र. 201/17, 202/17, 208/17, 192/17, 200/17 ऐसे मिलाकर कुल 29 अपराध प्रकरण वापिस हुए है(आदेष संलग्न) इन प्रकरणो की वापसी हेतु राज्य शासन की एकल नस्ती क्र. 4966/2019/क्षे/ सी-2 दिनांक 30.01.2019 को नवीन निर्देष जारी करते हुए ये सारे प्रकरण वापिस लेने के आदेष दिनांक 21.03.2020 को देवास कलेक्टर को हुए तब मुख्यमंत्री कमलनाथ  थे न कि शिवराज सिंह ।

शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री पद की शपथ दिनांक 23.03.2020 को ली थी
आम जनता एवं किसानो को बरगलाने का काम न किया जाए सत्य को झूठलाना इतना आसान नही होता। श्री पटेल एवं श्री राजानी ने प्रेस को सारे आदेशो की फोटोकापी उपलब्ध कराते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने अपने वचन पत्र मे दिए गए वचनो को निभाया है जिससे किसानो एवं आमजन को लाभ पहुंचा है। आदेशो की प्रतिलिपी से दुध का दुध पानी का पानी हो चुका है।

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