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देवास में कौन बनेगा महापौर, सीट महिला आरक्षित होने से लगने लगे कयास, जानिए किसे मिल सकता है मौका

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देवास लाइव। देवास नगरीय निकाय क्षेत्र में अब महापौर पद पर एक महिला आसीन होंगी। आज हुए सीटों के आरक्षण में देवास को अनारक्षित महिला वर्ग में रखा गया है।

आरक्षण की स्थिति साफ होते ही बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों में अब नेत्रियों की तलाश शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर जिनके नाम चलाए जा रहे हैं उनमें से अधिकतर के पति राजनीति में है। अब जब सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई है तो नेता पति अपनी पत्नियों को भावी महापौर के रूप में देखने लगे हैं।

भाजपा से इस रेस में सबसे आगे पूजा रवि जैन बताई जा रही हैं। रवि जैन ने तो तुरंत फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर भी बदल ली और अपनी पत्नी को भी उसमें शामिल कर लिया। रवि जैन लगातार सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। वे देवास विधायक गायत्री राजे पवार और सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी से भी नजदीकी रखते हैं। देवास शहरी क्षेत्र में विधायक गायत्री राजे पवार के समर्थन के बिना जीतना मुश्किल है। इसलिए सबसे बड़े दावेदार के रूप में युवा नेता रवि जैन की पत्नी पूजा जैन सामने आई है। बीजेपी से ही जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल की पत्नी पूर्व पार्षद पूर्णिमा खंडेलवाल का भी नाम महापौर पद के बीजेपी उम्मीदवार के लिए लिया जा रहा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वि डी शर्मा से राजीव खंडेलवाल की नज़दीकियां तो है लेकिन उन्हें देवास विधायक को इसके लिए राजी करना होगा।

कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी की पत्नी कविता मनोज राजानी को संभावित कांग्रेस उम्मीदवार बताया जा रहा है। इसके अलावा पूर्व महापौर रेखा वर्मा पर फिर से कांग्रेस संगठन विश्वास जता सकता है। यदि दिग्विजय सिंह गुट की चली तो शबाना सोहेल को भी मौका मिल सकता है।

बहरहाल लगातार सोशल मीडिया पर कयासों की बाढ़ आ गई है, लेकिन एक बात तो साफ है कि आज भी राजनीति में महिला नेतृत्व उनकी जनसंख्या के लिहाज से कम ही देखने को मिल रहा है। 50 प्रतिशत कि यह आबादी आज भी राजनीति में 50 प्रतिशत का भी दखल नहीं रख पा रही। आरक्षण के माध्यम से उन्हें सीटें तो मिल जाती हैं लेकिन अघोषित रूप से उनके पति ही सर्वेसर्वा बनकर काम करते हैं। राजनीति में धीरे-धीरे यह तस्वीर भी बदलनी चाहिए।

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