देवास लाइव: पिछले दिनों मेंडकी गांव में शराब ठेकेदार की गाड़ी से शराब उतारे जाने का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक नाबालिक बच्ची मारुति वैन से शराब की पेटी घर पर उतारती नजर आ रही थी। खबरें चलने के बाद में आबकारी विभाग को भोपाल से जमकर लताड़ लगाई गई। इससे क्षेत्र की बीट प्रभारी निधि शर्मा जमकर बौखला गई। आबकारी विभाग की इस अधिकारी ने चंदाना के ठेकेदार पर अवैध शराब सप्लाई करने का केस ना बनाते हुए नाबालिक बच्ची के घर पर दबिश दी और बताया जा रहा है 20 क्वार्टर जप्त किए। ठेकेदार को बचाने के लिए मौके पर ना तो पंचनामा बनाया गया और ना ही बच्ची के बयान लिए गए।
मीडिया द्वारा उठाए गए इस मामले की बौखलाहट में बुधवार शाम को कैला देवी चौराहा पर आबकारी सब इंस्पेक्टर निधि शर्मा अपने साथियों के साथ पहुंची और शराब दुकान की बगल में आहता चलाने वाले एक युवक को बुलाकर हिरासत में लेकर उसका मोबाइल चेक किया। बताया जा रहा है कि वह पत्रकारों का मुखबिर तंत्र जानना चाहती थी। उन्हें शंका थी की उक्त संचालक पत्रकारों से बात करता है। जब मोबाइल में कुछ नहीं मिला तो बताया जा रहा है आहता संचालक को आबकारी की धारा 34/2 में फंसाने का प्रयास किया गया। इसी दौरान एक मीडियाकर्मी मौके पर पहुंच गया जिससे आबकारी का प्लान विफल हो गया। इस सबसे बौखला कर महिला सब इंस्पेक्टर ने पत्रकार पर गाली देने का आरोप लगाकर खूब हंगामा किया। इसी दौरान मीडिया को डराने का माहौल बनाने के लिए अपना फोर्स भी बुला लिया।
अब सवाल यह उठता है की आबकारी विभाग के अधिकारी उनके ठेकेदार के खिलाफ लगी खबरों से इतना बौखला गए की बजाय कार्रवाई करने के पत्रकारों के सूचना तंत्र को ही खंगालने लगे। इसी चक्कर में संचालक के मोबाइल को गैरकानूनी रूप से चेक भी किया गया।