शहर के नजदीक रसूलपुर चौराहे के पास दुर्घटना में शिक्षक की मौत, न तो डायल हंड्रेड पहुंची और ना ही एंबुलेंस

देवास लाइव। राधागंज निवासी शिक्षक भास्कर पिता जगन्नाथ सोनी (40) उनकी पत्नी रजनी और एक वर्षीय बेटे के साथ बाइक से इंदौर से देवास की ओर शाम को लौट रहे थे तभी एक ट्रक से उनकी टक्कर हो गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शिक्षक भास्कर सोनी की मौत हो गई और उनकी पत्नी रजनी गंभीर रूप से घायल हो गई। गनीमत रही कि उनके एक वर्षीय बेटे को खरोच तक नहीं आई।
दुर्घटना रसूलपुर बाईपास के पास संघवी फैक्ट्री के सामने ट्रक की टक्कर से हुई। मौके पर भीड़ लग गई, ना तो डायल हंड्रेड वाहन आया और ना ही कोई एंबुलेंस आई। रोड पर भीड़ लग गई और लोग तमाशा देखने लगे।
इसी दौरान वहां से गुजर रहे भाजपा नेता मनीष दांगी ने एक मैजिक को रुकवा कर सभी को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में भी स्ट्रेचर तक ना मिल सका।
जिला अस्पताल में जगन्नाथ सोनी को मृत घोषित कर दिया गया। गंभीर रुप से घायल उनकी पत्नी को इंदौर रैफर किया गया। उनके 1 साल के बेटे को खरोच तक नहीं आई।

आपातकालीन सुविधाओं पर उठे सवाल
शहर के बिल्कुल नजदीक हुई इस दुर्घटना में ना तो डायल हंड्रेड समय पर पहुंची और न ही एंबुलेंस पहुंची। घायलों को यदि एंबुलेंस मिल जाती तो हो सकता है जगन्नाथ की जान बच जाती। 102 एंबुलेंस सेवा और डायल हंड्रेड इन दिनों खस्ता हालत में चल रही है। अधिकतर गाड़ियां या तो खराब है या कबाड़ में चली गई है। ऐसे में अब दुर्घटना के समय अन्य वाहनों की मदद से घायलों को अस्पताल ले जाना पड़ता है। प्राथमिक रूप से जीवन बचाने के उपकरण ना होने की वजह से इस दुर्घटनाओं में अधिकतर मौत हो जाती है। अब सवाल यह उठता है कि बड़ी जोर शोर से जब सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को शुरू किया था तो अब उनकी स्थिति खराब क्यों हो गई और उसके लिए जिम्मेदार कौन है?

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