
देवास। शहर में दिनदहाड़े सूने मकानों को निशाना बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का देवास पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। ऑपरेशन त्रिनेत्रम के तहत जुटाए गए तकनीकी साक्ष्यों और आम नागरिकों की मदद से लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से आरोपियों को ट्रैक किया गया। पुलिस ने करीब 3500 किलोमीटर तक पीछा कर तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जो देश के विभिन्न राज्यों में वारदातें कर चुके हैं।
देवास, इंदौर, भोपाल समेत कई राज्यों में की चोरी
गिरफ्तार आरोपी आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर और मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। देवास के अलावा भोपाल, रायसेन और इंदौर में भी इन आरोपियों की सक्रियता पाई गई है।
चोरी की वारदात और पुलिस कार्रवाई
दिनांक 22 मार्च 2025 को चंद्रतारा कॉलोनी स्थित एक मकान से दिनदहाड़े सोने-चांदी के जेवरात और एक क्लासिक बुलेट मोटरसाइकिल चोरी की घटना सामने आई थी। थाना प्रभारी नाहर दरवाजा मंजू यादव ने मौके पर पहुंचकर जांच की और फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 80/2025 धारा 331(3), 305(क) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया और नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल के मार्गदर्शन में दो विशेष टीमों का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर और इंदौर तक आरोपियों का पीछा किया गया। 11 अप्रैल को आरोपियों को इंदौर भोपाल बायपास से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी और जप्त माल
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं:
- दावूलूरी लिकिथ उर्फ नानी (24 वर्ष) – हैदराबाद, तेलंगाना
- मोहम्मद अशरफ (22 वर्ष) – कठुआ, जम्मू-कश्मीर
- मुजफ्फर हुसैन उर्फ झिग्गा (23 वर्ष) – कठुआ, जम्मू-कश्मीर
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से करीब ₹5.5 लाख का मशरुका बरामद किया है, जिसमें एक बुलेट मोटरसाइकिल (कीमत ₹2 लाख) और सोने-चांदी के आभूषण (कीमत ₹3.5 लाख) शामिल हैं।
अपराधिक रिकॉर्ड भी लंबा-चौड़ा
तीनों आरोपियों के खिलाफ तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और जम्मू-कश्मीर में चोरी सहित गंभीर धाराओं के तहत कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस टीम का सराहनीय कार्य
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मंजू यादव, निरीक्षक बीना दुबे, उप निरीक्षक राहुल पाटीदार, सहायक उपनिरीक्षक द्वारकाप्रसाद माछीवाल, प्रधान आरक्षक नीतेश द्विवेदी, यशवंत सिंह तोमर, रवि सिंह भदौरिया, धर्मराज सिंह, भगवान सिंह राठौर, आरक्षक विशाल मुवेल, विकास पटेल, नवदीप महाजन एवं साइबर सेल टीम से प्रआर सचिन चौहान और शिव प्रताप सिंह सेंगर की भूमिका सराहनीय रही।


