देवास नगर निगम में करोड़ों के फर्जी बिल और भ्रष्टाचार की शिकायत, लोकायुक्त पुलिस पहुंची, खंगाले दस्तावेज

देवास। एक शिकायतकर्ता ने देवास नगर निगम में करोड़ों के फर्जी बिल और कोटेशन के आधार पर हुए भ्रष्टाचार की शिकायत जिला कलेक्टर और महानिदेशक लोकायुक्त विभाग, म.प्र. शासन भोपाल को की है। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि इंदौर की तर्ज पर देवास नगर निगम में हुए वित्तीय घोटालों की गहन जांच की जाए।

शिकायतकर्ता का आरोप है कि नगर निगम के वित्त विभाग के प्रभारी पुनीत शुक्ला, कार्यपालन यंत्री इंदूप्रभा भारती और अन्य अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलकर पिछले वर्षों में करोड़ों के बोगस बिल पास किए हैं। उन्होंने मांग की है कि इन सभी कार्यों की मेजरमेंट बुक का सत्यापन किया जाए और संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।

शिकायत के आधार पर उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने सोमवार को देवास नगर निगम में दस्तावेजों की जांच की। टीम ने कार्यपालन यंत्री इंदूप्रभा भारती और सब इंजीनियर दिलीप मालवीय के बयान लिए और कुछ दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं। लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के अनुसार, शिकायतकर्ता द्वारा दी गई जानकारी और दस्तावेजों के आधार पर जांच की जा रही है।

शिकायतकर्ता का आरोप है कि नगर निगम के वित्त प्रभारी पुनीत शुक्ला और अन्य अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर बोगस बिल और कोटेशन के माध्यम से जनता के पैसों का दुरुपयोग किया है। उन्होंने प्रशासन से भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या दोषियों को सजा मिलती है या नहीं।

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