
देवास, 06 अगस्त 2025: मध्य प्रदेश के देवास जिले में थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने दबंगई दिखाकर अवैध वसूली और मारपीट के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत के निर्देश पर की गई, जिसमें तकनीकी और भौतिक साक्ष्यों के आधार पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
घटना का विवरण:
पुलिस के अनुसार, 5 अगस्त 2025 को फरियादी ने थाना औद्योगिक क्षेत्र में शिकायत दर्ज की कि 4 अगस्त 2025 की रात करीब 10:30 बजे, वह और उसका दोस्त अभिषेक मंडल बालगढ़ चौराहे पर थे। तभी कुलदीप चौधरी, मोहित चौधरी, रितेश चौधरी, मोहित जैन और मनीष शर्मा ने उन्हें रोका। आरोपियों ने धमकी दी कि बालगढ़ एटीएम वाली गली उनका इलाका है और वहां से गुजरने के लिए पैसे देने होंगे। इसके साथ ही उन्होंने शराब पीने के लिए 1000 रुपये की मांग की। विरोध करने पर आरोपियों ने गाली-गलौज, लाठी-डंडों से मारपीट, मोटरसाइकिल में तोड़फोड़ और जान से मारने की धमकी दी।
फरियादी की शिकायत पर थाना औद्योगिक क्षेत्र में अपराध क्रमांक 715/2025 के तहत धारा 296, 115(2), 351(3), 119(1), 324(5), और 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोद ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदौरिया और नगर पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, भौतिक साक्ष्यों और मुखबिरों की सूचना के आधार पर 6 अगस्त 2025 को पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम:
- कुलदीप उर्फ लल्ला पिता रामेश्वर चौधरी, उम्र 21 वर्ष, निवासी चुना खदान, बालगढ़, देवास
- मोहित पिता जगदीश चौधरी, उम्र 20 वर्ष, निवासी बालगढ़, देवास
- रितेश उर्फ दीपक पिता राधेश्याम चौधरी, उम्र 23 वर्ष, निवासी चुना खदान, बालगढ़, देवास
- मोहित पिता अनिल जैन, उम्र 28 वर्ष, निवासी सुतारबाखल, देवास
- मनीष पिता अमरचंद्र शर्मा, उम्र 23 वर्ष, निवासी अष्टविनायक कॉलोनी, बालगढ़, देवास
पुलिस की सराहनीय भूमिका:
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया, उपनिरीक्षक प्रवीण राठौर, आरक्षक अजय जाट, यशपाल और महिला आरक्षक मोनिका शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।


