छतरपुर में ऑनलाइन गेम में 40 हजार हारकर 13 साल के मासूम द्वारा आत्महत्या करने के मामले के बाद मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने फ्री फायर गेम कंपनी पर एफआईआर दर्ज की है।
गृहमंत्री ने प्रदेश के सभी एसपी को निर्देश दिए हैं कि ऐसे सभी गेम कंपनियों को चिन्हित करें जो बच्चों को एडिक्ट बना रही हैं। ऐसी कंपनियां जो मासूमों के जीवन से खिलवाड़ करने की कोशिश कर रही हैं।
छतरपुर जिले के सिविल लाइंस पुलिस थाना प्रभारी राजेश बंजारे ने सोमवार को बताया कि जिस कंपनी ने इस “फ्री फायर” गेम को बनाया है उसके खिलाफ भादंवि की धारा 305 (शिशु या उन्मत्त व्यक्ति की आत्महत्या का दुष्प्रेरण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और इस मामले में इस 40,000 रुपए के ट्रांजेक्शन का पता लगाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ की मदद ली जा रही है।
उल्लेखनीय है को छतरपुर में ऑनलाइन गेम में 40 हजार रुपए गंवाने पर 13 वर्षीय लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छठी कक्षा के एक छात्र ने बीते शुक्रवार दोपहर को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वहां घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला था जिसमें उसने लिखा था कि उसने मां के खाते से 40 हजार रुपए निकाले और इस पैसे को ‘‘ फ्री फायर” गेम में बर्बाद कर दिया। छात्र ने अपनी मां से माफी मांगते हुए लिखा है कि डिप्रैशन के कारण वह आत्महत्या कर रहा है। पुलिस ने बताया कि लड़के ने जब यह कदम उठाया तब उसकी मां और पिता घर पर नहीं थे। छात्र की मां प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में नर्स हैं और घटना के समय जिला अस्पताल में थीं।