देवास/सोनकच्छ। भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने तहसील परिसर सोनकच्छ में रिश्वतखोरी के मामले में तहसीलदार और एक प्राथमिक शिक्षक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
आवेदक रविन्द्र दांगीया, निवासी ग्राम सांवेर, तहसील सोनकच्छ, ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन संभाग को शिकायत दी थी कि उनके नाम ग्राम कुमारिया राव स्थित भूमि के नामांतरण के लिए लोकसेवा कार्यालय सोनकच्छ में आवेदन किया गया था। इस प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए प्राथमिक शिक्षक जय सिंह परमार, जो वर्तमान में तहसील निर्वाचन शाखा में अटैच है, ने तहसीलदार मनीष जैन से काम करवाने के लिए 7000 रुपये रिश्वत की मांग की।
शिकायत के सत्यापन के बाद पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन, अनिल विश्वकर्मा, के निर्देश पर डीएसपी सुनील तालान के नेतृत्व में ट्रैप दल का गठन किया गया। आज तहसील परिसर सोनकच्छ में लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए देखा कि जय सिंह परमार ने आवेदक से रिश्वत की राशि ली और उसे तहसीलदार मनीष जैन को उनके चैंबर में सौंप दिया। इसी दौरान पहले से तैनात लोकायुक्त टीम ने दोनों आरोपियों को 7000 रुपये रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया।
ट्रैप दल के सदस्य
इस कार्रवाई में डीएसपी सुनील तालान, डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक हिना डाबर, प्रधान आरक्षक हितेश लालावत, आरक्षक इसरार खान, संदीप, उमेश, श्याम शर्मा और महेंद्र शामिल रहे।