देवास जिले में विकास यात्रा में किये जा रहे नवाचारों के तहत जनप्रतिनिधियों ने ‘’मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ लोगो का किया विमोचन

‘’मेरा स्‍कूल स्‍मार्ट स्‍कूल अभियान’’ से जिले के 01 लाख से अधिक छात्र/छात्राओं को आधुनिक तकनीक से मिलेगी शिक्षा

देवास । देवास जिले में विकास यात्रा में किये जा रहे नवाचारों के तहत जिले में ‘’मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ लोगो का विमोचन जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। देवास विधानसभा क्षेत्र में विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने ‘’मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ लोगो का विमोचन किया एवं नूतन स्‍कूल देवास में ‘’मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ का शुभारम्‍भ किया। खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में विधायक श्री आशीष शर्मा ने ग्राम पंचायत बरवाई, हाटपिपल्‍या में विधायक श्री मनोज चौधरी ने ग्राम नानूखेडा, बागली विधानसभा क्षेत्र में विधायक श्री पहाड़सिंह कन्‍नौजे ने उदय नगर तथा सोनकच्‍छ विधानसभा क्षेत्र में जिला भाजपा अध्‍यक्ष श्री राजीव खण्‍डेलवाल सहित जनप्रतिनिधियों एवं अपर कलेक्‍टर श्री महेन्‍द्र सिंह कवचे ने ग्राम पिपरलरावां में स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ लोगो का विमोचन कर अभियान का शुभारम्‍भ किया।

     अभियान के शुभारम्‍भ दिवस पर ही जिले के नागरिकों को बढचढ कर भाग लिया एवं ‘’मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ अभियान के तहत स्‍मार्ट क्‍लॉस के लिए जिले की 25 स्‍कूलों को स्‍मार्ट टीवी दिये। जिसमें सोनकच्‍छ में 13, हाटपिपल्‍या में 04, देवास में 03, खातेगांव में 03 एवं बागली में 02 स्‍मार्ट टीवी जिले की स्‍कूलों के लिए जनभागीदारी से प्राप्‍त हुए। ‘’मेरा स्‍कूल स्‍मार्ट स्‍कूल अभियान’’ शिक्षा के क्षेत्र में एक अनुकरणीय पहल साबित होगी। जिले के 01 लाख से अधिक छात्र छात्राऐं आधुनिक तकनीकी से शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।

     ‘’मेरा स्कूल स्मार्ट स्कूल’’ नाम से नवाचार अभियान में जिले के अपने पूर्वजों की याद में शाला को स्‍मार्ट टीवी या बुक सेल्फ दान कर सकते है। अभियान जिले के सभी विद्यालयों में संचालित किया जायेगा। अभियान में सभी स्कूल में एक लाइब्रेरी कक्ष एवं स्मार्ट टीवी इंटरनेट कनेक्शन के साथ उपलब्ध कराया जायेगा। जिससे छात्र नवीनतम ज्ञान को प्राप्त कर सकेंगे। अभियान की मुख्य विशेषता यह है कि अभियान पूरी तरह से जनभागीदारी के माध्यम से चलाया जाएगा। जिसमें जनप्रतिनिधि, समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति एवं आर्थिक रूप से संपन्न नागरिक, पालक, शिक्षक सामाजिक संस्थाएं तथा उद्योग के माध्यम से सभी केंद्र विकसित किए जाएंगे।

     जिले में विकास यात्रा में अनुकरणीय पहल करते हुए सेम (कुपोषित) बच्‍चों को ‘’खुशियों की टोकरी’’ में प्रोटिनेक्‍स पाउडर, मल्‍टी विटामिन सायरप, भुने चने एवं तिल के लड्डू दिया जा रहा है। विकास यात्राओं में स्‍कूलों और छात्रावासों में लाईब्रेरी के पुस्‍तके और आंगनवाड़ी केंद्र के लिए खिलौनों का संग्रहण किया जा रहा है।

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