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शिकायत: आदिवासी समाज के तीन लोग गायब, करनावद चौकी के पुलिसकर्मी ले गए थे, 12 दिन बाद भी घर नहीं लौटे

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देवास, म.प्र. – देवास जिले के उदयननगर क्षेत्र के रहने वाले पिता और उनके दो पुत्र पिछले 12 दिनों से गायब है। आरोप है कि दोनों पुत्रों को हाटपिपलिया थाना क्षेत्र की  करनावद पुलिस चौकी के पुलिसकर्मी किसी मामले में उठा ले गए थे, जब उनके पिता पुलिस चौकी पर पहुंचे तो वह भी गायब हो गए। घर की महिलाओं ने अपने पतियों और ससुर की गुमशुदगी की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है।

महिलाओं का कहना है कि भीमसिंह पिता फूलसिंह और अर्जुनसिंह पिता फूलसिंह, दोनों  इंदौर जिले के गाँव  धतुरिया और खत्रीखेड़ी के पास के खेतों में नौकर का काम करते हैं। 18 मई 2024 को, दो मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्तियों द्वारा इन्हें उठा कर ले जाया गया। इन व्यक्तियों में से दो पुलिस की वर्दी में थे। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, ये लोग पहले धतुरिया गाँव में आए और भीमसिंह को अपने साथ ले गए, इसके बाद खत्रीखेडी गाँव से अर्जुन को भी उठा कर ले गए।

महिलाओं ने बताया कि जब भीमसिंह और अर्जुन को ले जाने की सूचना परिवार को मिली, तो इनके पिता फूलसिंह करनावद चौकी पर अपने पुत्रों की जानकारी लेने गए। 20 मई 2024 को जब परिवार और रिश्तेदार फिर से करनावद चौकी पर गए, तो चौकी पर पदस्थ आरक्षक दिनेश ने बताया कि अर्जुन और भीमसिंह को 18 मई 2024 की रात को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।

महिलाओं का आरोप है कि पुलिस द्वारा झूठी जानकारी दी जा रही है। अब तक उनके पति और ससुर घर नहीं लौटे हैं, जिससे उनके साथ किसी अनहोनी घटना की आशंका गहरी हो गई है।

महिलाओं ने बताया कि करनावद चौकी पर जब शिकायत की, तो पुलिस वालों ने उन्हें डांटकर भगा दिया और धमकी दी कि अगर वे फिर से आए तो उन्हें भी केस में फंसा देंगे।

महिलाओं ने कहा कि गुमशुदगी के कारण उनका परिवार आर्थिक संकट में है। सुनीता, अर्जुन की पत्नी, और बाकी महिलाएं अब बेहद परेशान हैं और भूखमरी की कगार पर हैं। पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही है और उनके पास अपने पतियों और ससुर को ढूंढने के लिए संसाधन भी नहीं हैं।

महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से अपील की है कि उनके पतियों और ससुर को ढूंढने के लिए तत्काल आदेश जारी किए जाएं। साथ ही, उन पुलिसकर्मियों और अन्य व्यक्तियों पर वैधानिक कार्यवाही की जाए जो उन्हें ले गए थे।

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