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आरोप: गाय बाँध कर पार्षद प्रतिनिधि ने बगल के प्लाट कर लिया कब्ज़ा, हटने के लिए मांगे 3 लाख

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पार्षद प्रतिनिधि ने महिला प्लाट मालिक को धमकाया, प्लाट मालिक के निर्माण कार्य को रुकवाया, कहा जितनी बार बनाओंगे, उतनी बार तुड़वा दूंगा

देवास। चामुंडा नगर में एक महिला प्लाट मालिक ने पार्षद प्रतिनिधि पर जान से मारने की धमकी के साथ अभद्र बर्ताव का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है, कि पार्षद प्रतिनिधि ने हमारे प्लाट पर पिछले दिनों शेड एवं दीवार बना ली। अब हमने यहां मकान बनाने के लिए काम शुरू किया तो पार्षद प्रतिनिधि धमका रहा है और कह रहा है कि जितनी बार भी बनाओंगे उतनी बार तुड़वा दूंगा।

जानकारी के अनुसार चामुंडा नगर निवासी इंदिरा नागर का वर्षों पुराना प्लाट है। इसकी रजिस्ट्री-नामांतरण सहित अन्य दस्तावेज उनके पास है। यहां कुछ समय पहले पार्षद प्रतिनिधि प्रवीण वर्मा ने गाय बांधने की अनुमति प्लाट मालिक से ली थी। इसके बाद उन्होंने प्लाट पर शेड और दीवार बना ली। अब इंदिरा नागर को यहां मकान बनाना है। इसे लेकर उन्होंने निर्माण कार्य शुरू करवाया तो प्रवीण वर्मा ने उन्हें धमकाया कि जो भी निर्माण करोंगे, उसे तुड़वा दूंगा। यहां से आपका आना जाना भी बंद करवा दूंगा। इसके साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। इंदिरा नागर ने इस संबंध में कोतवाली थाने पर आवेदन दिया है।

उन्होंने बताया, कि मैं अपने मालिकाना हक के प्लाट पर निर्माण करवा रही हूं तो पड़ोसी द्वारा धमकाया जा रहा है। जब इन्होंने हमारे प्लाट पर शेड और दीवार बनाई थी तब भी हमने इन्हें मना किया था, लेकिन उस समय इन्होंने कहा था कि भाभी आप जब भी मकान बनाओंगे तब मैं हटा लूंगा। आज ये हमें मकान नहीं बनाने दे रहे हैं और अपनी राजनीतिक पहुंच का हवाला देकर धमका रहे हैं। हमने कोतवाली थाने आवेदन दिया है। हमने मेहनत की कमाई से प्लाट खरीदा है और ये इस पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहते हैं।

3 लाख देदो हम खाली कर देंगे- प्रवीण वर्मा 

प्रेस नोट जारी कर प्रवीण वर्मा ने बताया की हमारे द्वारा प्लॉट पर किसी प्रकार का कब्जा नहीं हुआ है। संबंधित शिकायतकर्ता इंदिरा नागर द्वारा प्लाट पर छह माह पूर्व वार्ड की बीमार लाचार गायों कि सेवा के लिए उक्त प्लाट संस्था को उपलब्ध कराया था। जिस पर संस्था द्वारा लगभग 3 लाख खर्च कर प्लाट को व्यवस्थित किया गया। उस पर शेड निर्माण करवाया गया। आज प्लांट की मालिक इंदिरा नागर द्वारा वह स्थान संस्था से खाली करने के लिए कहा गया, तो संस्थान द्वारा प्लाट पर खर्च की अपनी राशि को उनसे मांगा गया। जिस पर उनके द्वारा मुझे पर आरोप लगाकर मुझे बदनाम किया जा रहा है। साथ ही गुंडों को साथ लाकर मेरे परिवार वालों से दुर्व्यवहार किया गया। जिस पर मेरे परिवार द्वारा पुलिस को सूचना देकर बुलवाया गया था। संस्था की खर्च की गई राशि संस्था को वापस मिल जाती है तो संस्था संबंधित प्लाट से अपना टिन शेड निर्माण व सामान हटाने को तैयार है।
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