
देवास। देवास में कई निजी स्कूलों द्वारा सामान्य जाति के छात्र-छात्राओं के परीक्षा फॉर्म में गड़बड़ी की गई है। परीक्षा फीस हड़पने और छात्रवृत्ति में घोटाला करने के उद्देश्य से ऐसी गड़बड़ी जानबूझकर की जारी है। परीक्षा फॉर्म में सामान्य जाति के छात्र-छात्राओं को अनुसूचित जाति जनजाति का बताया जा रहा है। इस बाबत की शिकायत कलेक्टर से की गई थी।

जिला कलेक्टर कार्यालय से आदेश जारी करते हुए बताया गया है कि जिले में संचालित कुछ निजी स्कूलों द्वारा 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के फॉर्म भरते समय सामान्य वर्ग के बच्चों की जाति को अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) दर्शाने की शिकायतें मिल रही हैं। यह अनियमितता परीक्षा शुल्क बचाने और छात्रवृत्ति प्राप्त करने के उद्देश्य से की जा रही है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिले में संचालित निजी हाईस्कूल और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की जांच के लिए एक विशेष दल का गठन किया गया है। यह दल रेंडम जांच करेगा और एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
जांच दल में शामिल अधिकारी
- हरिसिंह भारतीय, जिला शिक्षा अधिकारी, देवास।
- के.के. शर्मा, जिला संयोजक, जनजातीय कल्याण विभाग।
- सपना खर्ते, सहायक संचालक, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण।
जांच दल संयुक्त रूप से स्कूलों की गतिविधियों का निरीक्षण करेगा और रिपोर्ट तैयार करेगा। कलेक्टर कार्यालय ने यह भी निर्देश दिए हैं कि दोषी पाए जाने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस आदेश के बाद जिले के निजी स्कूलों में हड़कंप मच गया है।


