देवास की बेटी सोनिया जाट दक्षिण अफ्रीका के सबसे ऊंचे पहाड़ को फतह करने निकली, खेतों में काम कर मजबूत बनी

18 साल की उम्र में, वे किलिमंजारो चोटी (अफ्रीका का सबसे ऊंचा पर्वत) चढ़ने के लिए रवाना हुईं

देवास लाइव के लिए आकाश शर्मा की रिपोर्ट

डबलचौकी के पास नावदाखेड़ी गाँव की बेटी सोनिका जाट 18 साल की उम्र में साउथ अफ्रीका की सबसे ऊँची चोटी किलिमंजारो को फतह करने के लिए निकली हैं। यह अफ्रीका महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत और विश्व का सबसे ऊंचा एकल पर्वत है।

खेतों में वजन उठाकर मजबूत बनी सोनिका

सोनिका के पिता श्याम जाट एक किसान हैं और वे देवास जिले के डबलचौकी के पास नावदा खेड़ी में रहते हैं। जब 15 साल की उम्र में सोनिका का चयन एनसीसी में पर्वतारोहण के लिए हुआ तो पिता ने उसे खेत में प्रैक्टिस करवाना शुरू कर दी। वे खेत में उसे भारी वजन के साथ चलाते और अन्य काम करवाते थे ताकि पहाड़ पर चढ़ने के लिए वह मजबूत बन सके। सोनिका 2021 में एनसीसी से जुड़ी और यहीं से उनका पर्वतारोहण का सफर शुरू हुआ।

कम उम्र में हासिल की बड़ी सफलताएं

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