देवासपुलिस

Video: रसूलपुर नाके पर कई शासकीय अधिकारी कर्मचारियों के वाहन पुलिस ने वापस लौटाए, इंदौर से कर रहे थे आना जाना

देवास लाइव। जब से जिले में लॉकडाउन हुआ है  तब से बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर तो जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन जिन अधिकारियों-कर्मचारियों के कंधे पर कोरोना जैसी महामारी से लडऩे की जिमेदारी सौंपी गई थी। उनके अपडाउन पर अंकुश लगाने में प्रशासन विफल रहा था। पिछले कई दिनों से दर्जनों अधिकारी व कर्मचारी इंदौर व उज्जैन से डेली अपडाउन कर रहे थे। इस बात की जानकारी भी स्थानीय प्रशासन को थी।

देवास लाइव ने अपने लाइव बुलेटिन पर इस समस्या को उठाया, इसके बाद कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय ने अपडाउन न करने की हिदायत देते हुए पुलिस प्रशासन को भी इंदौर देवास व उज्जैन-देवास की सीमा पर सख्ती बरतने के निर्देश दिये थे। फलस्वरूप गुरुवार को इसका असर देखने को मिला और इंदौर-देवास के बीच रसूलपुर चौराहा पर औद्योगिक क्षेत्र टीआई प्रशिक्षु डीएसपी प्रतिष्ठा राठौड़ ने इंदौर से आने वाले कई वाहनों को रवाना कर दिया और देवास से जाने वाले वाहनों को सीमा पर ही रोक दिया।

गुरुवार को रसूलपुर बायपास चौराहा पर अपडाउन करने वाले बैंक कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी व अधिकारियों को रसूलपुर चौराहा पर सख्ती का सामना करना पड़ा। जहां पर इन्हें पुलिस द्वारा रोक दिया गया। इस दौरान जनपद सीईओ राजेंद्र यादव भी लपेटे में आ गए। वे इंदौर से देवास की ओर आ रहे थे, जब उन्हें पुलिस ने रोका तो उनका कहना था कि क्षिप्रा ग्राम पंचायत भवन में रात रुक गए थे। इसी तरह जिला परियोजना अधिकारी का चालक भी मैडम को लेने जा रहा था, जिसे रसूलपुर चौराहा पर रोक दिया गया। चालक का कहना था कि कलेक्टर साहब ने मैडम को बुलाया था, इसीलिए वह इंदौर जा रहा था। इससे पहले जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. साधना वर्मा को भी नोटिस जारी किया जा चुका है, वे जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से बेख़ौफ़ होकर इंदौर से अपडाउन कर रही थी।

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