देवास जिले के प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम में आज से फायर सिस्टम लगने तक कोई नया पेशेंट भर्ती नहीं करें – कलेक्टर श्री शुक्ला
कलेक्टर श्री शुक्ला की अध्यक्षता में प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम संचालकों की बैठक आयोजित
देवास में बिना MOS के कई अस्पताल संचालित इन्हें नहीं मिल पाएगी फायर एनओसी, हड़ताल पर जा सकते हैं
देवास लाइव। भोपाल में अस्पताल में लगी आग में कई नवजात बच्चों की मौत के बाद अब नियमों का पालन करवाने की कवायद की जा रही है। इसी के चलते अब देवास में जिन अस्पतालों में फायर सिस्टम नहीं लगा है वह नए मरीज भर्ती नहीं कर पाएंगे। सभी अस्पतालों को नगर निगम से फायर सेफ्टी एनओसी भी हासिल करनी होगी। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि देवास में अधिकतर निजी अस्पताल MOS न होने की वजह से फायर सेफ्टी एनओसी हासिल नहीं कर पाएंगे। तो क्या यह अस्पताल बंद हो जाएंगे?
कलेक्टर की अध्यक्षता में प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम की बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री विशाल सिंह चौहान, सीएमएचओं डॉ. एमपी शर्मा सहित प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम संचालक उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देश दिये कि एक सप्ताह के अंदर देवास जिले के सभी प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम में फायर सिस्टम लगाये। जिससे किसी भी प्रकार की आगजनी घटना नहीं हो। प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम में फायर सिस्टम लगाकर नगर निगम से एनओसी प्राप्त करें।
कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देश दिये कि प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम में आज से जब तक प्राईवेट हास्पिटल और नर्सिंग होम में फायर सिस्टम नहीं लगा लेते तब तक कोई नया पेशेंट भर्ती न करें। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिये की नगर निगम टीम प्राईवेट हास्पिटल और निर्सिंग होम की बिल्डिंग को चेक करें, यदि कोई बिल्डिंग जर्जर हालत में है तो तत्काल कार्यवाही करें। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी हास्पिटल और निर्सिंग होम में जाकर निरीक्षण करें। वहा जाकर फायर सिस्टम के अलावा भी ऑक्सीजन एवं अन्य सुविधाओं को देखे और रिपोर्ट भेजे। उन्होंने कहा कि जिले के प्राइवेट नर्सिंग होम एवं अस्पतालों का सतत निरीक्षण किया जाएगा एवं अव्यवस्था पाए जाने पर अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी।
हड़ताल पर जा सकते हैं निजी अस्पताल
भोपाल में घटित हुई घटना के बाद अब प्रदेश सरकार जागी है और फायर सेफ्टी के प्रति अस्पतालों को आगाह किया जा रहा है। देवास में ज्यादातर छोटे निजी अस्पताल बिना MOS के बने हैं। नियमानुसार अस्पतालों के आसपास चारों ओर फायर उपकरण जाने का रास्ता होना चाहिए वरना उन्हें फायर सेफ्टी की एनओसी नहीं मिल सकती। सूत्रों के अनुसार अब निजी अस्पताल के कुछ संचालक हड़ताल पर जा सकते हैं।