किसानों को राहत: ₹4020/- प्रति क्विंटल तय हुआ सोयाबीन का मॉडल रेट
देवास (मध्य प्रदेश): कृषि उपज मंडी समिति देवास द्वारा आज दिनांक 07 नवंबर 2025 को भावांतर भुगतान योजना के पहले चरण के लिए सोयाबीन का मॉडल रेट घोषित कर दिया गया है। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
मुख्य घोषणाएँ:
- मॉडल रेट: भावांतर भुगतान योजना अंतर्गत सोयाबीन का मॉडल रेट ₹4020/- (चार हजार बीस रुपये) प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
- प्रभावी अवधि: यह रेट राज्य स्तरीय मॉडल रेट है, जो दिनांक 24 अक्टूबर 2025 से 06 नवंबर 2025 तक की अवधि के लिए प्रभावी होगा।
- लाभान्वित किसान: देवास कृषि उपज मंडी तथा उपमंडी बरोठा सहित देवास जिले की अन्य कृषि उपज मंडियों में इस अवधि के दौरान 53160 क्विंटल सोयाबीन बेचने वाले लगभग 4150 पंजीकृत किसानों को योजना का लाभ प्राप्त होगा।
मंडी सचिव की किसानों से अपील
मंडी सचिव ने सभी किसान भाइयों से अपील की है कि वे अपनी कृषि उपज (सोयाबीन) को मंडी में साफ-सुथरी अवस्था में विक्रय के लिए लाएँ। ऐसा करने से उन्हें नीलामी (बोली) में उनकी उपज का अधिक से अधिक भाव प्राप्त हो सकेगा।
इसके अलावा, वाहनों को सुव्यवस्थित तरीके से खड़ा करने का आग्रह किया गया है, ताकि अन्य किसान भाइयों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मंडी प्रशासन ने सभी किसानों से सहयोग की अपेक्षा की है।
क्या है भावांतर भुगतान योजना?
मध्य प्रदेश सरकार की भावांतर भुगतान योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित करना है। यदि पंजीकृत किसान मंडी में अपनी फसल को MSP से कम कीमत पर बेचते हैं, तो सरकार घोषित मॉडल रेट और MSP के बीच के अंतर की राशि (भावांतर) सीधे किसान के बैंक खाते में जमा करती है।
इस घोषणा से देवास जिले के सोयाबीन किसानों को बड़ी राहत मिली है, जिन्हें अब बाजार मूल्य और सरकारी दर के अंतर का लाभ सीधे उनके बैंक खातों में मिलेगा।
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