देवास
कन्या महाविद्यालय में मिलेट्स द मिरेकल ग्रेंस विषय पर व्याख्यान का आयोजन
देवास: महारानी पुष्पमाला राजे पवार शासकीय कन्या महाविद्यालय देवास में गृह विज्ञान विभाग के पोषण शिक्षा एवं उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एवं वैलनेस अभियान के अंतर्गत मिलेट्स द मिरेकल ग्रेंस विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया।
मुख्य वक्ता: गृह विज्ञान विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ. अनीता भाना
विषय: मोटे अनाज के गुण
प्रमुख बिंदु:
- मोटे अनाज (मिलेट्स) स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक हैं।
- इनमें रेशेदार पदार्थ, कैल्शियम, आयरन, जिंक जैसे महत्वपूर्ण खनिज लवण प्रचुर मात्रा में होते हैं।
- मोटे अनाज का प्रयोग वजन नियंत्रण, डायबिटीज जैसी स्थितियों में अत्यंत उपयोगी होता है।
- भारतीय परंपरा में मोटे अनाज हमारे खान-पान का हिस्सा हुआ करते थे।
- विद्यार्थियों को अपने दैनिक जीवन में मोटे अनाज का प्रयोग करना चाहिए।
अध्यक्ष: प्राचार्य डॉ. भारत सिंह गोयल
विशिष्ट अतिथि: प्रो. प्रमोद परिहार, नोडल अधिकारी, उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एंड वैलनेस अभियान
कार्यक्रम का संचालन: प्रो. वर्षा गोले
आभार: मारिया शाजापुरवाला
प्रमुख बातें:
- प्राचार्य डॉ. भारत सिंह गोयल ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि एक दिन सभी अपने घरों से मोटे अनाज के व्यंजन बनाकर लाऐं और आपस में आदान-प्रदान करें।
- प्रो. प्रमोद परिहार ने छात्राओं को उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एंड वैलनेस अभियान से जुड़ने और अपने स्वास्थ्य को और उन्नत बनाने के लिए प्रेरित किया।
- साथ ही आपने आगामी लोकसभा निर्वाचन के अंतर्गत देवास जिले में महिला वोटर के मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए सभी को मतदान अवश्य करने के लिए प्रेरित किया।
यह कार्यक्रम छात्राओं के लिए बहुत ही जानकारीपूर्ण और प्रेरक रहा।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
- मोटे अनाज में रागी, बाजरा, ज्वार, मोरधन, राजगीरा, कोदो, कुटकी आदि शामिल हैं।
- मोटे अनाज का प्रयोग करके कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा सकते हैं।
- मोटे अनाज का प्रयोग करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
यह कार्यक्रम गृह विज्ञान विभाग और उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एंड वैलनेस अभियान की एक सफल पहल थी।