कारगिल विजय दिवस: देवास में बच्चों को स्कूलों में दी जा रही शौर्य की जानकारी
देवास लाइव। 26 जुलाई 2024 को कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती मनाई जाएगी। भारतीय सेनाओं की अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक कारगिल विजय दिवस, 25 वर्षों के सफल समापन के अवसर पर विशेष रूप से मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में, एक्स सर्विसमैन वेलफेयर सोसाइटी, मध्य प्रदेश, देवास के स्कूलों में जाकर कारगिल युद्ध के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान कर रही है।
सोसाइटी की पहल:
एक्स सर्विसमैन वेलफेयर सोसाइटी के प्रतिनिधि विद्यालयों में जाकर कारगिल विजय दिवस से संबंधित भारतीय सेना की वीर गाथा को बच्चों तक पहुँचाने का कार्य कर रहे हैं। सोसाइटी की यह पहल विद्यार्थियों को कारगिल युद्ध की ऐतिहासिक घटनाओं और भारतीय सैनिकों की वीरता से अवगत कराती है। इस दौरान, विद्यार्थियों को शहीदों की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ-साथ उनकी बहादुरी को सम्मानित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
कारगिल युद्ध का सार:
कारगिल युद्ध 03 मई 1999 को शुरू हुआ और 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ। इस युद्ध का मुख्य कारण पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों द्वारा भारतीय प्रशासित क्षेत्र में घुसपैठ था। नियंत्रण रेखा (LOC) पर कई पहाड़ी चौकियों पर कब्जा कर लिया गया था। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत इस युद्ध को लड़ा और 18000 फीट की ऊँचाई पर स्थित कारगिल पहाड़ियों पर दुश्मन को पराजित किया।
मुख्य आंकड़े:
- शहीद भारतीय सैनिक: 527
- घायल सैनिक: 1363
- पाकिस्तानी सैनिक मारे गए: 2700
- पाकिस्तानी सैनिक भागे: 750
सामरिक संसाधन:
इस युद्ध में भारतीय वायुसेना ने मिग 27 आर, मिग 29 विमानों, R-77 मिसाइलों, बख्तरबंद गाड़ियों, रॉकेटों, टैंकों, तोपखाने, और विमानभेदी बंदूकों का उपयोग किया।
मध्य प्रदेश के शहीद:
- सुल्तान सिंह नरवरिया (वीर चक्र), भिण्ड
- लेनायक करण सिंह (वीर चक्र), भिण्ड
- ग्रेनेडियर दिनेश सिंह भदौरिया, भिण्ड
- ग्रेनेडियर राजेन्द्र यादव, खरगौन
विद्यालयों में गतिविधियाँ:
विद्यालयों में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बच्चों को भारतीय सेना के शौर्य से अवगत कराया जा रहा है। साथ ही, शहीदों की स्मृति में पौधारोपण की गतिविधियाँ भी की जा रही हैं।