देवास: शहर में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने का प्रयास कर रहे असामाजिक तत्वों पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए एक बड़ी घटना को टाल दिया। पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के निर्देशन में देवास पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नागदा ग्राम में हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच उत्पन्न विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया।
घटना की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदौरिया और नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल के निर्देश पर थाना औद्योगिक क्षेत्र प्रभारी शशिकांत चौरसिया को तत्काल घटनास्थल पर रवाना किया गया। दिनांक 10 नवंबर 2024 को नागदा गांव में दोनों समुदायों के बीच किसी विवाद के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया, जो कि हिंसक रूप ले सकता था। थाना प्रभारी निरीक्षक शशिकांत चौरसिया ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
घटना के दौरान घायल व्यक्ति अंकित पटेल को तुरंत 100 डायल के माध्यम से एमजीएच देवास अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से वार्ता की और उन्हें शांतिपूर्वक समाधान के लिए प्रेरित किया। देर रात तक पुलिस बल तैनात रहा, जिससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सफलता मिली। इसी बीच, ग्राम पालनगर में भी कुछ लोगों में घटना को लेकर आक्रोश था, जिसे पुलिस ने समझाइश देकर शांत किया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस की तत्परता से क्षेत्र में संभावित साम्प्रदायिक हिंसा को रोका जा सका।
आरोपियों पर कार्रवाई: इस मामले में थाना औद्योगिक क्षेत्र पर अपराध क्रमांक 1185/24 के तहत धारा 296, 115(2), 118(1), 119(1), 351(3), 3(5) बीएनएस और किशोर न्याय अधिनियम 2015 की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। घटना में मुख्य आरोपी इस्तीकार (पिता: राजा पठान, उम्र: 28 वर्ष, निवासी: नागदा) सहित दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
सराहनीय योगदान: इस अभियान में थाना औद्योगिक क्षेत्र प्रभारी निरीक्षक शशिकांत चौरसिया, उपनिरीक्षक अजय डोड, सर्जनसिंह मीणा, सहायक उपनिरीक्षक नितिनसिंह, प्रधान आरक्षक शिवकुमार, सुरेश, गोपाल, विष्णु दांगी, पुनमचंद्र, तेजसिंह सिन्हा, मोहनलाल, आरक्षक आकाश, नरेन्द्र, और सैनिक तेजसिंह मण्डलोई ने सराहनीय भूमिका निभाई।