समृद्ध किसान उत्सव एवं खरीफ कृषक संगोष्ठी का आयोजन

देवास, 19 जून 2024 – कृषि जागरण समूह एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, देवास द्वारा आज समृद्ध किसान उत्सव एवं खरीफ कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. ए.के. बड़ाया की अध्यक्षता में किया गया।
डॉ. बड़ाया ने अपने संबोधन में किसानों को सोयाबीन की बुवाई के सही समय और फफूंदीनाशक दवा से बीजों के उपचार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने किसानों को उन्नत किस्म के बीजों के उपयोग की सलाह दी और प्राकृतिक खेती अपनाने का आग्रह किया, जिससे लागत कम हो और पर्यावरण सुरक्षित रहे।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. के.एस. भार्गव ने रेज्ड बेड तकनीक एवं ब्रॉड बेड फरो तकनीक की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इन तकनीकों से किसान अधिक एवं कम वर्षा की स्थिति में भी बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. महेन्द्र सिंह ने सोयाबीन की विभिन्न किस्मों एवं अन्य खरीफ फसलों की उत्पादन तकनीक पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने समन्वित खरपतवार प्रबंधन और समय-समय पर बदल-बदल कर खरपतवारनाशी के प्रयोग की सलाह दी।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनीष कुमार ने सोयाबीन के बीज उपचार की सही विधि और समन्वित कीट प्रबंधन को अपनाने की सलाह दी। उद्यानिकी वैज्ञानिक डॉ. निशिथ गुप्ता ने किसानों को सोयाबीन के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों की खेती करने की सलाह दी, जिससे वे कम क्षेत्र से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें और अपनी आय बढ़ा सकें।
तकनीकी अधिकारी डॉ. सविता कुमारी ने मृदा परीक्षण आधारित उर्वरक उपयोग एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों के प्रयोग पर बल दिया।
इस कार्यक्रम में जिले के उन्नतशील कृषक जैसे श्री जगदीश नागर, श्री नारायण सिंह, श्री सागर पाटीदार, श्री लक्ष्मीनारायण, और श्री सत्यनारायण पटेल ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम के अंत में 35 प्रगतिशील कृषकों को कृषि एवं उद्यानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में लगभग 300 किसान और कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के मैदानी कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नीरजा पटैल और आभार प्रदर्शन डॉ. भार्गव द्वारा किया गया।


