देवास, 22 अगस्त 2024: नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मल्हार स्मृति मंदिर में आयोजित ‘अमृत संचय अभियान’ के तहत एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान, उन्होंने देवास में पानी की समस्या और जन भागीदारी से पानी बचाने के प्रयासों की सराहना की।
मंत्री विजयवर्गीय ने कहा, “एक समय था जब देवास में पानी की बहुत कमी थी। आज देवास की जनता ने जन भागीदारी से पानी बचाने के लिए सराहनीय कार्य किया है। इस जन भागीदारी की वजह से ही देवास में जल संकट को कम किया जा सका है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इंदौर में जन भागीदारी से स्वच्छता में लगातार प्रथम स्थान पर रहना, वहां के बच्चों के संस्कार का परिणाम है। इसी प्रकार, देवास के बच्चों को भी जल अमृत की महत्वता समझनी चाहिए और इसे व्यर्थ नहीं बहाना चाहिए।
मंत्री विजयवर्गीय ने जल संचय के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इंदौर के पेड़ लगाने के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि एक पेड़ भूमि में 10 हजार से 1 लाख लीटर पानी पहुंचा सकता है। उन्होंने नर्मदा के किनारे नगरी निकायों में एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) लगाने का भी आश्वासन दिया और ‘माँ के नाम पेड़’ अभियान के तहत पौधारोपण किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री विज्ञान भारती प्रवीण रामदास ने कहा कि भूमिगत जल प्रदूषण से बीमारियाँ फैल रही हैं। देवास का अमृत संचय अभियान जन भागीदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। विधायक गायत्री राजे पवार ने भी देवास की जनता की सकारात्मक सोच और पानी के संकट से निपटने के प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अब देवास में पानी के संकट को नहीं झेलना पड़ेगा और अगले साल तक 1 हजार करोड़ लीटर वर्षा का जल संचित करने का लक्ष्य रखा गया है।
कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने कहा कि अमृत संचय अभियान की शुरुआत के 100 दिन बाद, 225 करोड़ लीटर पानी बचाने का लक्ष्य प्राप्त किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में बोरी बंधान, मियांवाकी पद्धति से पौधारोपण, और मत्स्य पालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में अमृत संचय अभियान में सहभागी बने संगठनों और नागरिकों को सम्मानित किया गया। विज्ञान भारती फोल्डर का विमोचन भी हुआ। कार्यक्रम में शाजापुर विधायक अरुण भीमावत, महापौर गीता अग्रवाल, और अन्य गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।