अमलतास हॉस्पिटल में कैथ लैब की स्थापना,अस्पताल की बदनाम हो चुकी इमेज सुधारने की कवायद
देवास लाइव। कोरोना काल के दौरान मरीजों के इलाज में गंभीर लापरवाही से मौतों और ऑक्सीजन की कमी जैसे आरोपों से बदनाम रहे अमलतास हॉस्पिटल में अब ह्रदय रोगियों के लिए भी इलाज शुरू किया गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अस्पताल में कैथ लैब की स्थापना की गई है जिसका शुभारंभ देवास विधायक गायत्री राजे पवार ने किया। इस अवसर पर अस्पताल के संस्थापक सुरेश भदौरिया और उनके पुत्र मयंक राज भदोरिया उपस्थित थे।
4 जिलों के कोरोना मरीज भर्ती थे, गंभीर लापरवाही के आरोप
उल्लेखनीय है कि कोरोनावायरस की दूसरी लहर के दौरान सरकार ने देवास, उज्जैन, शाजापुर और आगर मालवा के मरीजों के इलाज के लिए अमलतास हॉस्पिटल को कोरोना हॉस्पिटल घोषित किया था। इलाज के दौरान मरीजों के परिजनों ने अस्पताल पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए थे और ऑक्सीजन तक बेचने के आरोप लगे थे।
कोरोना काल की समाप्ति के बाद अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत ही मरीज आ रहे थे। अपनी इमेज सुधारने की कवायद में अब अमलतास हॉस्पिटल ने विभिन्न सेवा में इजाफा शुरू किया। मरीजों को अस्पताल तक लाने के लिए विभिन्न स्थानों पर मेडिकल कैंप भी आयोजित किए गए। अब कैथ लैब की स्थापना के बाद अस्पताल में ह्रदय रोगियों का भी इलाज हो सकेगा।