निजी मोबाइल कंपनियों के दावे फेल, ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की हालत ख़राब, बच्चों की ऑनलाइन पढाई हो रही बाधित

देवास लाइव। कहने को तो सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में इन्टरनेट की कनेक्टिविटी बढ़ाना चाहती है लेकिन मोबाइल कंपनियां सरकार की योजना पर पानी फेर रहीं है। देवास जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर स्थानों पर अब किसी भी मोबाइल कंपनी के नेटवर्क ठीक से नहीं आ रहे हैं। इस वजह से ग्रामीण क्षत्रों के बच्चे ऑनलाइन पढाई नहीं कर पा रहे हैं।
दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना काल से पहले तक ठीक ठाक नेटवर्क मिल जाता था लेकिन लॉक डाउन और उसके बाद लगभग सभी कंपनी ने नेटवर्क ख़राब से हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी वही रिचार्ज करवाते है जो शहरी क्षेत्रों के लोग करवाते है लेकिन सेवा की क्वालिटी वैसी नहीं मिलती जैसी मिलना चाहिए। जब से ऑनलाइन पढ़ाई का चलन हुआ है तब से नेटवर्क और भी खराब हो गए हैं। बड़े कस्बों में लगे मोबाइल टावर की रेंज भी कम हो गई है। क्या जिओ, एयरटेल , या आईडिया सभी के टावर अब काम मांग रहे हैं।
ग्राम नावदा के ग्रामीणों ने की शिकायत
टोंकखुर्द तहसील के करीबन 2500 की आबादी वाले ग्राम नावदा में पिछले दिनों से किसी भी कंपनी का नेटवर्क टॉवर नहीं मिल रहा है जिसके कारण वहां के निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका असर देखा जा रहा है कोविड-19 के कारण ऑनलाइन पढ़ाई स्कूलों में जारी है परंतु नेटवर्क टॉवर नहीं मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है इसी को लेकर ग्रामीणों ने एक आवेदन जिलाधीश को सौंप कर नेटवर्क टॉवर जल्दी ठीक कराने की मांग की। इस अवसर पर नगजीराम सूर्यवंशी, गौरव पटेल आयुष पटेल, वंश पटेल, राहुल बघेल घनश्याम सहित कई ग्रामीणजन उपस्थित थे।


