मुंबई में पूर्व सैनिक पर हुए प्राणघातक हमले के विरोध में पूर्व सैनिकों ने दिया ज्ञापन

देवास। मुंबई में पूर्व सैनिक पर हुए प्राणघातक हमले के विरोध में पूर्व सैनिक सेवा परिषद मालवा प्रांत देवास ने मंगलवार को राष्ट्रपति, सर्वोच्च सेनाध्यक्ष, गृहमंत्री एवं रक्षामंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
अध्यक्ष हीरजी चौधरी एवं सचिव बद्रीलाल देथलिया ने बताया कि विगत दिनों मुंबई के कांदिवली निवासी नौसेना के 67 वर्षीय पूर्व अधिकारी मदन शर्मा पर प्राणघातक हमला हुआ। इस घटना को अंजाम देने के लिए 16 असामाजिक तत्व के लोग एक साथ आए और मदनलाल को क्रुरता पूर्वक मारपीट करने लगे। उन्हें गभीर रूप से घायल कर असहाय अवस्था में छोड़ गए। भगवान का शुक्र है कि वे बच गए। उक्त घटना सीसीटीवी में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी। जब उनके परिवार ने रिपोर्ट लिखवाई तो पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई, परंतु कुछ देर अपराधियों को जमानत पर छोड़ दिया गया। जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद है। मुंबई में लाचार कानून व्यवस्था से लोग परेशान है। वहां के स्थानीय लोगों कानून पर से भरोसा उठने लगा है। इस अमानवीय घटना से मुंबई में रहने वाले सभी पूर्व सैनिकों का परिवार आहत व भयभीत है। पूर्व सैनिक स्वयं व अपने परिवार को असुरक्षित महसूस कर रहा है। भारतीय सशस्त्र सेना के सभी फौजी अनुशासन और देश की कानून व्यवस्था के दायरे में रहने के लिए कटिबद्ध है। सरकार पर हमारा भरोसा कायम है। पूर्व सैनिक सेवा परिषद मालवा प्रांत मांग करता है कि असामाजिक तत्वों और अपराधियों विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाकर भारतीय संविधान की अपराधिक धारा 307 के अंतर्गत मुकदमा कायम किया जाए। ताकि देश के सभी फौजी परिवारों में कानून व्यवस्था पर विश्वास और सुरक्षा का भाव पुन: स्थापित हो सके।
ज्ञापन के दौरान महासचिव सुरेश सोनानिया, गोपाल पटेल, नानुराम आर्य, राजेन्द्र पटेल, राजमल पटेल, मुकेश परमार, दिलीप सिकरवार आदि उपस्थित थे।



