हजारों के बिल देख लोग सकते में, कांग्रेस ने कि बिल माफी की मांग
देवास लाइव। देवास में बिजली उपभोक्ताओं के हाथ में जब मई माह का बिल आया तो वे सकते में आ गए। समझ नहीं आया कि हर महीने सौ से डेढ़ सौ यूनिट खपत होती थी लेकिन अचानक यूनिट 10 गुना तक कैसे बढ़ गई। सरकार ने छूट की योजना लाकर राहत देने का भी प्रयास किया लेकिन उसमें भी कई विसंगतियां पाई गई। जिस वजह से अधिकतर उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा।
दरअसल लॉकडाउन के दौरान जब लोग घर पर थे उस समय बिजली की खपत बहुत ज्यादा बढ़ गई लेकिन लोगों की कमाई घट गई। बिजली कंपनी ने पिछले साल के आंकड़ों के हिसाब से मार्च और अप्रैल का बिल दे दिया है। जब मई माह में रीडिंग का बिल आया तो उसमें 10 गुना तक बढ़त देखी गई। बिजली कंपनी ने प्रीमियम रेट लगाकर उपभोक्ताओं को बिल टिका दिए, जबकि उन्हें 3 महीने का एवरेज निकालकर बिल में छूट देनी चाहिए थी। अब उपभोक्ता हजारों का बिल चुका नहीं पा रहे और बिजली कंपनी के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी उपभोक्ताओं की शिकायत पर बिजली कंपनी पहुंचे लेकिन वहां पर कोई अधिकारी नहीं मिल सका। उन्होंने बिजली बिल की माफी की मांग की है। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान बिजली की खपत बढ़ी लेकिन लोगों की आय घट गई थी।