देवास लाइव। देवास में कोरोनावायरस से अब स्वास्थ्य विभाग खुद खतरे में है। इसका मूल कारण है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इंदौर से अप डाउन करना बंद नहीं कर रहे।
सूत्रों के अनुसार एसडीएम से जिला भ्रमण का पास बनवा कर अधिकतर अधिकारी इंदौर भाग जाते हैं और सुबह देवास आ जाते हैं। सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के पीआरओ सिसोदिया और एक कर्मचारी पाटीदार तो प्रतिदिन जिला भ्रमण के बहाने क्षिप्रा पारकर इंदौर चले जाते हैं और सुबह देवास आते हैं। खास बात यह है कि इसमें सीएमएचओ डॉ आरके सक्सेना की मौन सहमति प्रतीत होती है।
बताया जा रहा है कि आज 5 लोग पॉजिटिव आए हैं जिसमें से नर्सिंग कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल भी पॉजिटिव है। सूत्रों के अनुसार वे लगातार इंदौर से देवास अप डाउन कर रही थी। कोरोनावायरस से सीएमएचओ कार्यालय भी खतरे में है। नर्सिंग स्टाफ की 2 नर्सों और जिला अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर का भी सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया है।
देवास के सीएमएचओ डॉक्टर आरके सक्सेना का लापरवाही पूर्वक रवैया और उन पर कलेक्टर द्वारा नरमी बरतने के कारण अब देवास मैं स्वास्थ्य कर्मी भी कोरोनावायरस के खतरे में आ गए हैं। बताया जा रहा है एसी रूम में बैठने के लिए कई मरीजों को सीएमएचओ कार्यालय परिसर में बुलाया और वहीं पर सैंपल भी लिए गए। जबकि यह काम जिला अस्पताल में बने कंट्रोल रूम में किया जाना चाहिए था। जिन के सैंपल लिए गए थे उनमें से कुछ लोग पॉजिटिव आ गए। अब स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों में भय का माहौल है।