देवास लाइव। कोरोना महामारी के दौरान अपनी उपज बेचना किसानों के लिए जानलेवा साबित हो रही है।
मालवा क्षेत्र में इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ गेहूं का उत्पादन हुआ है। कोरोना संकट की वजह से सरकार द्वारा सरकारी समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन किया जा रहा है। लेकिन अव्यवस्थाओं के कारण किसान 5 से 7 दिनों तक अपना ट्रैक्टर लेकर लाइन में ही खड़ा है।
कृषक की हार्ट अटैक से मौत
टोंक खुर्द ब्लाक के गांव अमोना के किसान जयराम मंडलोई की हार्ट अटैक से मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 2 दिनों से वे गेहूं उपार्जन के लिए सिया के पास स्थित उपार्जन केंद्र में लाइन में लगे थे। रविवार की सुबह वहीं पर उन्हें हार्ट अटैक आया और अस्पताल में मौत हो गई। जयराम मंडलोई सरकारी सर्विस सें रिटायर बताए जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु ने बताया की किसान को 29 मई को एसएमएस आया था। इसके बाद वे दो गाड़ी लेकर सिया के पास स्थित गोदाम में गेहूं उपार्जन के लिए गए थे। वही पर 31 की शाम उन्हें छाती में दर्द हुआ जिसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
मृतक किसान की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए देवास जिला अस्पताल भेजा गया है।