देवास, 09 जुलाई 2025। देवास जिला पुलिस कंट्रोल रूम में 09 जुलाई 2025 को पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद की अध्यक्षता में मासिक अपराध समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री जयवीर सिंह भदौरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमती सौम्या जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्री हरनारायण बाथम, समस्त एसडीओपी, थाना/चौकी प्रभारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय की शाखाओं के प्रभारी उपस्थित रहे।






आधुनिक तकनीक और पारदर्शिता पर जोर
पुलिस अधीक्षक श्री गेहलोद ने बैठक में आधुनिक तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया ताकि न्याय प्रणाली में समयबद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो। उन्होंने ऑपरेशन त्रिनेत्रम के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाने और जन चौपालों के माध्यम से जनता के बीच पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अवैध गतिविधियों जैसे शराब बिक्री, जुआ, सट्टा और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए “ऑपरेशन प्रहार” को प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया।
थानों और अनुभागों की रैंकिंग जारी
बैठक में जून 2025 के प्रदर्शन के आधार पर 25 पैरामीटरों पर थानों और अनुभागों की रैंकिंग जारी की गई। थाना बरोठा ने प्रथम स्थान हासिल किया, जिसके लिए थाना प्रभारी निरीक्षक श्री अजय गुर्जर को पुरस्कृत किया गया। अनुभाग स्तर पर उप पुलिस अधीक्षक (एल-आर) श्री संजय शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और उन्हें भी सम्मानित किया गया। अन्य थानों में पीपलरवां, कन्नौद, और औद्योगिक क्षेत्र क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।
सर्वश्रेष्ठ पुलिसकर्मी पुरस्कार
जून माह में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आरक्षक 879 राजेंद्र सिंह (थाना सतवास) को “सर्वश्रेष्ठ पुलिसकर्मी पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। राजेंद्र सिंह ने सतवास में एक व्यक्ति को पानी की टंकी पर आत्महत्या करने से रोकने के लिए साहस और सूझबूझ का परिचय दिया। उन्होंने सिविल ड्रेस में मौके पर पहुंचकर व्यक्ति को सुरक्षित नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया।
मुख्य निर्देश और रणनीति
पुलिस अधीक्षक ने 23 बिंदुओं पर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए, जिनमें शामिल हैं:
- छोटी से छोटी सूचना पर त्वरित कार्रवाई और रिस्पॉन्स टाइम कम करना।
- नियमित पैदल गश्त, पुलिस चौपाल, और होटल/ढाबों की चेकिंग।
- महिला अपराधों का समयबद्ध निराकरण।
- ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा बच्चों की त्वरित दस्तयाबी।
- ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों को तुरंत साइबर सेल को भेजना।
- गंभीर अपराधियों की जमानत निरस्तीकरण के लिए “ऑपरेशन बेल टु जेल” को प्रभावी बनाना।
पुलिसिंग में सुधार के लिए कदम
बैठक में अपराध नियंत्रण, चालान, मर्ग, स्थाई वारंट, समन, सीएम हेल्पलाइन, सीसीटीएनएस, साइबर फ्रॉड, और पासपोर्ट सत्यापन जैसे 25 पैरामीटरों की समीक्षा की गई। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को क्षेत्र में खुफिया जानकारी संकलन को मजबूत करने, जिलाबदर आरोपियों की नियमित निगरानी, और घरेलू नौकरों/किरायेदारों की जानकारी रखने के निर्देश दिए।
आमजन से अपील
पुलिस अधीक्षक ने आमजन से अपील की कि वे ऑपरेशन त्रिनेत्रम के तहत अपने क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने में सहयोग करें ताकि अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके।
