कुत्तों का आतंक: 3 साल के बच्चे और वृद्ध महिला सहित 15 लोग घायल, शहर में दहशत का माहौल

देवास, 21 मार्च 2025: मध्य प्रदेश के देवास शहर में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे शहरवासियों में भय और चिंता का माहौल व्याप्त हो गया है। हाल ही में हुई एक दिल दहला देने वाली घटना में 3 साल के मासूम बच्चे और एक 65 वर्षीय वृद्ध महिला सहित 15 लोग कुत्तों के हमले का शिकार बन गए। इसके अलावा दो भैंसों पर भी हमला होने की खबर है।
मासूम पर हमला, हालत गंभीर
20 मार्च को रसूलपुर इलाके में 3 वर्षीय प्रियांशु, पिता सीताराम परिहार, घर के बाहर अकेले खेल रहा था। उसके माता-पिता उस समय घर पर नहीं थे। अचानक एक आवारा कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके कान और सिर पर गंभीर चोटें आईं। घायल बच्चे को तुरंत जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसे इंदौर के एम.वाय. अस्पताल रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि बच्चे के सिर और कान पर 12 टांके लगे हैं और उसका इलाज जारी है।
वृद्ध महिला और अन्य लोग भी शिकार
इसी तरह, 65 वर्षीय शांति बाई, पति बाबूलाल, बकरी चराने के दौरान कुत्ते के हमले में घायल हो गईं। कुत्ते ने उनके हाथ पर काटा, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। एक अन्य महिला, 45 वर्षीय रूखसार बी, पति रियाज मोहम्मद, और समाचार पत्र विक्रेता महेश वर्मा भी पिछले सप्ताह कुत्तों के हमले का शिकार बने। जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में 15 लोग और दो भैंस इस आतंक का शिकार बन चुके हैं।
नगर निगम पर निष्क्रियता का आरोप
सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप के संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि निगम आवारा कुत्तों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। “जिला अस्पताल में हर दिन कुत्तों के काटने से पीड़ित लोग इलाज के लिए आ रहे हैं। निगम की निष्क्रियता के कारण यह समस्या बढ़ती जा रही है,” ठाकुर ने कहा। स्थानीय लोगों का भी आरोप है कि निगम की टीम ने गलत कुत्ते को पकड़ा, जबकि हमला करने वाला कुत्ता अभी भी इलाके में घूम रहा है।
निगम का जवाब
नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया कि उनकी टीम ने हमलावर कुत्ते को पकड़ लिया है। हालांकि, स्थानीय निवासियों ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि निगम की कार्रवाई नाकाफी है और समस्या जस की तस बनी हुई है।
जनता की मांग
नेशनल यूनिटी ग्रुप के सदस्यों, जिसमें सुनील सिंह ठाकुर, हटेसिंह दरबार, अभिषेक सोनी, रफीक पठान, जय सिंह ठाकुर सहित अन्य शामिल हैं, ने नगर निगम आयुक्त से मांग की है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने यह भी मांग की कि इन कुत्तों को पकड़कर शहर से बाहर छोड़ा जाए और घायलों को आर्थिक सहायता दी जाए।
बढ़ता खतरा, चिंता में लोग
शहर में कुत्तों के आतंक से लोग दहशत में हैं। खासकर बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। स्थानीय प्रशासन से लोगों की उम्मीदें अब बढ़ गई हैं कि वे इस संकट से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे।


