इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (IMR): विस्तार, महत्व और देवास के विकास में इसकी भूमिका

देवास लाइव। इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (IMR) एक महत्वाकांक्षी शहरी और औद्योगिक विकास योजना है, जिसके तहत इंदौर, उज्जैन, देवास और धार को एक संगठित ढांचे में जोड़ा जा रहा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में संतुलित विकास को बढ़ावा देना, कनेक्टिविटी को मजबूत करना और औद्योगिक निवेश को आकर्षित करना है।
आईएमआर (IMR) क्या है?
इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (IMR) एक व्यापक योजना है, जिसके तहत इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों को एक मेट्रोपॉलिटन रीजन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक, आवासीय, पर्यावरणीय और बुनियादी ढांचे का समग्र विकास करना है।
IMR की प्रमुख विशेषताएँ:
- विस्तारित क्षेत्र:
- IMR का कुल क्षेत्रफल 9361 वर्ग किलोमीटर तक विस्तारित किया जा रहा है।
- इसमें इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, शाजापुर सहित कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल किए गए हैं।
- समावेशित जिले एवं तहसीलें:
- देवास: देवास नगर, देवास तहसील, बागली, हाटपिपल्या।
- इंदौर: महू, सांवेर, राऊ, हातोद, कनाडिया, खुड़ैल आदि।
- उज्जैन: उज्जैन नगर, महिदपुर, तराना।
- धार: पीथमपुर, बदनावर, धरमपुरी।
- दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) से जुड़ाव:
- इस योजना में दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) को जोड़ा गया है, जिससे उद्योगों और व्यापार को नई गति मिलेगी।
- देवास, पीथमपुर, उज्जैन और बदनावर जैसे क्षेत्रों में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
- बेहतर कनेक्टिविटी:
- IMR के तहत इंदौर, देवास और अन्य शहरों को मजबूत सड़क, रेल और हवाई मार्गों से जोड़ा जाएगा।
- राष्ट्रीय राजमार्गों (मुंबई-आगरा, अहमदाबाद-इंदौर, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर) के माध्यम से देश के अन्य प्रमुख शहरों से संपर्क बढ़ेगा।
- पर्यावरण और जल संरक्षण:
- IMR में पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए हरे क्षेत्रों और जल स्रोतों को संरक्षित करने पर ध्यान दिया गया है।
- देवास और आसपास के क्षेत्रों में झीलों, तालाबों और छोटे नदियों के संरक्षण की योजना बनाई जा रही है।
IMR का देवास के विकास में योगदान
1. औद्योगिक और व्यापारिक विस्तार
- देवास पहले से ही एक औद्योगिक हब है, जहां कई बड़ी कंपनियाँ स्थापित हैं।
- IMR में शामिल होने से नए उद्योगों और निवेशकों को आकर्षित करने का अवसर मिलेगा।
- दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जुड़ाव के कारण निर्यात और व्यापार को नई ऊंचाई मिलेगी।
2. बुनियादी ढांचे और स्मार्ट सिटी विकास
- देवास में नई टाउनशिप, सड़कें, पुल, लॉजिस्टिक पार्क और अन्य बुनियादी सुविधाएँ विकसित की जाएंगी।
- स्वच्छता, सीवरेज, स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज जैसी सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
3. रोजगार के अवसरों में वृद्धि
- नए उद्योगों और व्यापारिक विस्तार से स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
- टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, फार्मा और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
4. कृषि और ग्रामीण विकास
- देवास क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा कृषि पर आधारित है। IMR के तहत किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और बाजारों तक सीधी पहुंच मिलेगी।
- कृषि उत्पादों को बड़े बाजारों में बेचने के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट मिलेगा।
5. रियल एस्टेट और हाउसिंग सेक्टर को बढ़ावा
- IMR के तहत देवास में नई आवासीय योजनाएँ और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स विकसित किए जाएंगे।
- इससे रियल एस्टेट सेक्टर में उछाल आएगा और निवेशकों के लिए नए अवसर बनेंगे।
इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन (IMR) देवास और आसपास के क्षेत्रों के लिए सुनहरे विकास के अवसर लेकर आ रहा है। यह योजना केवल औद्योगिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि परिवहन, पर्यावरण, कृषि, रोजगार और शहरीकरण के हर पहलू को ध्यान में रखकर बनाई गई है। IMR में शामिल होने से देवास को एक आधुनिक, सुसंगठित और समृद्ध शहर बनने का अवसर मिलेगा, जिससे आने वाले वर्षों में यह मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और औद्योगिक केंद्र बन सकता है।
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