राष्ट्रीय एकता दिवस पर कुर्मी क्षत्रिय पाटीदार समाज का भव्य समारोह: महापौर और सभापति ने की घोषणा
देवास। भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्र निर्माण के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर, देवास शहर में राष्ट्रीय एकता दिवस पूरे सम्मान और उत्साह के साथ मनाया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर कुर्मी क्षत्रिय पाटीदार समाज, देवास द्वारा आयोजित भव्य समारोह में नगर निगम ने एक ऐतिहासिक घोषणा की।
नगर निगम देवास के सभापति रवि जैन ने समाजजनों को बधाई देते हुए वार्ड क्रमांक 26 में सरदार पटेल की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने और उस पार्क का नाम ‘सरदार पटेल उद्यान’ रखने की घोषणा की। महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश अग्रवाल ने भी इस पहल पर पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि सरदार पटेल की मूर्ति स्थापना शहर के लिए गौरव का प्रतीक बनेगी।
समारोह में गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति
किंग जॉर्ज स्कूल परिसर, बजरंग नगर में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता नंदकिशोर पाटीदार (संरक्षक एवं पूर्व जिला अध्यक्ष, भाजपा) ने की। मुख्य अतिथियों के रूप में महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश अग्रवाल, सभापति रवि जैन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) मनीष चौधरी तथा जिला कांग्रेस अध्यक्ष (शहर) प्रयास गौतम उपस्थित रहे।
एकता और संगठन पर जोर
अध्यक्षीय उद्बोधन में नंदकिशोर पाटीदार ने सरदार पटेल के जीवन और राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार लौह पुरुष ने देश को एकजुट किया, उसी तरह समाज के सभी वर्गों को भी संगठित होकर कार्य करना चाहिए।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनीष चौधरी ने कहा कि कुर्मी क्षत्रिय समाज संगठित होकर देश के विकास में बड़ा योगदान दे सकता है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रयास गौतम ने समाज के कार्यों में सदैव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
अन्य वक्ताओं के विचार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रूपचंद सूर्या, कैलाश कुमार गौर, अलका कन्नौजिया, डॉ. ऋतु सिंह, राजेश पटेल आदि ने कहा कि सरदार पटेल किसी एक समाज के नहीं, बल्कि पूरे देश के नेता थे और उनकी विचारधारा से हमें एकता, समर्पण और सेवा की प्रेरणा मिलती है।
समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भी उत्साह का वातावरण बना रहा। सयोदी पाटीदार ने सरदार पटेल पर आधारित मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, वहीं गायिका मंजू दांडे ने देशप्रेम के गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का कुशल संचालन नवीन नाहर ने किया। अंत में, उपस्थित 350 से अधिक समाजजनों ने सरदार पटेल के आदर्शों को अपनाते हुए समाज की एकता को सुदृढ़ करने और राष्ट्रहित में कार्य करने का संकल्प लिया।
