देवास
शिवपुर मातमोर तीर्थ संस्थापक आचार्य श्री विजय वीररत्न सूरीश्वर जी म. सा. का हुआ देवलोक गमन
देवास. शिवपुर मातमोर तीर्थ संस्थापक 279 जिन मंदिर, उपाश्रय के प्रेरणादाता, शासन प्रभावक परम पूज्य आचार्य भगवन्त मालवा विभूषण श्रीमद् विजय वीररत्न सूरीश्वरजी म. सा. का देवलोक गमन आज दोपहर इंदौर के तिलक नगर में हो गया। चातुर्मास के लिए आचार्य श्री इंदौर के तिलक नगर श्री संघ में विराजमान थे। आचार्य श्री के देवलोक गमन की सूचना मिलते ही जैन समाज में शोक के लहर फैल गई।वे तिलकनगर में तिलकेश्वर पार्श्वनाथ उपाश्रय में चातुर्मास कर रहे थे। उनके चातुर्मास की कलश स्थापना 1 जुलाई को हुई थी, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण वे अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद वे स्वस्थ होकर मंदिर लौटे और 9 जुलाई को समाजजन ने उनका वरघोड़ा निकालकर अगवानी की और इसके बाद में मंदिर में विराजित हो गए थे।
मालवा के श्री मक्सी जी तीर्थ, देवास के माता टेकरी पर स्थित जैन मंदिर सहित उन्हेल,शाजापुर, शिवपुर आदि जैन तीर्थ के प्रेरणादाता रहे आचार्य श्री का दोपहर 2.35 समाधि पूर्वक नवकार मंत्र का स्मरण करते हुवे देवलोक गमन हुआ।
आचर्य श्री की कल शनिवार को सुबह 5 बजे इन्दौर तिलक नगर श्री तिलकेश्वर पारसनाथ जैन तीर्थ से शिवपुर की ओर प्रयाण करेगी वहां पहुंचकर अंतिम संस्कार संबंधी चढ़ावे और अंतिम क्रिया मातमोर शिवपुर तीर्थ मे होगी