देवास

पीड़ित त्रिलोक नगर के रहवासियों ने नवागत कलेक्टर से लगाई गुहार, हर संभव मदद का मिला आश्वासन अध्यक्ष और संचालक मंडल के खिलाफ धारा 76/2 के तहत होगी शीघ्र कार्यवाही- कलेक्टर

देवास। शहर का सबसे चर्चित 124 आवासीय भूखंड धारकों के मकान की रजिस्ट्री नही हो रही है। कलेक्टर ने कहा क्यों न तिवारी की प्रॉपर्टी राजसात कर ली जावे। हुडको का कहना है, भवन निर्माण कार्य के त्रिलोक नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था को दिया, हम रहवासी आपको नही जानते।

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विगत 30 वर्षो से त्रिलोक नगर के करीबन 124 रहवासी अपने-अपने मकानों की रजिस्ट्री का अपना देखते बुजुर्ग हो चुके। कईयों ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। सारे पैसे जमा करने के बाद भी रजिस्ट्री नही हो रही है। दूसरी ओर उप पंजीयक सहकारिता विभाग अभी तक संस्था अध्यक्ष, उसकी बहू और भ्रष्ट संचालक मंडल के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। आए दिनों यहां के रहवासियों रजिस्ट्री की लेकर परेशान हो कर कार्यलय के चक्कर कटने पर मजबूर हैं। सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप के संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर ने बताया कि संस्था अध्यक्ष टीपी तिवारी, उसकी पुत्रवधू रूचिता तिवारी और संचालक मंडल जो 30 वर्षो से त्रिलोक नगर गृह सहकारी संस्था को बर्बाद कर चुके हैं। श्री ठाकुर ने बताया कि दो खेल मैदान पर अध्यक्ष और संचालक मंडल के द्वारा अपने रिश्तेदार को कैंब्रिज हायर सेकेंडरी स्कूल और होली एंजिल स्कूल को मात्र 5 रूपए वर्ग फिट में बेचकर संस्था को लाखो रुपए का चूना लगाया, जिसकी जाँच एसडीएम प्रदीप सोनी कर रहे है। सडक़ निर्माण में रहवासियों ने जन सहयोग से राशि एकत्रित कर नगर निगम से बनवाई। वही अध्यक्ष और संचालक मंडल ने फर्जी बिल लगाकर सडक़ निर्माण के लाखो रूपए का भ्रष्टाचार कर अवैध रूप से कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाकर संचालक मंडल के सदस्य के नाम मार्गेज में होने बावजूद रजिस्ट्री कर दी गई। सेफ्टी टैंक पर मकान बनाकर बेच दिया। गरीबों के नाम की जमीन अधिग्रहण कर बेचना आदि कई अनियमितता टीपी तिवारी और पुत्रवधू के अध्यक्ष पद पर रहते संस्था को करोड़ों रुपए का चूना लगाकर दिमाग की तरह खोखला कर दिया। उपरोक्त सभी घोटालों को लेकर पीड़ित सदस्य गुरुवार को नवागत कलेक्टर ऋषभ गुप्ता के पास पहुंचे और त्रिलोक नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था किए गए भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। कलेक्टर गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उप पंजीयक सहकारिता विभाग अधिकारी परमानंद मोडरिया को तुरंत कलेक्टर कार्यालय तलब किया और त्रिलोक नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था के इतने वर्षो से एक ही परिवार के सदस्यो को अध्यक्ष बनाया इसकी जानकारी ली और ऐसे भ्रष्ट संचालक मण्डल पर कार्यवाही क्यो नही हुई। संबंधित अधिकारी ने शीघ्र ही भ्रष्ट अध्यक्ष और संचालक मंडल पर सहकारिता की धारा 76/2 के अंतर्गत कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर रिसीवर मंजुलता अग्रवाल, भूपेंद्र पांडे, एमएल गुप्ता, पीयूष जोशी, गजेंद्र तिवारी, यशवंत कुलकर्णी आदि उपस्थित थे।

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