देवास

वकीलों ने थामी सर्विस रोड निर्माण की बागडोर: देवास जिला न्यायालय के सामने अधूरी सड़क बनी दुर्घटनाओं का कारण

देवास, 18 मार्च 2025: देवास जिला न्यायालय भवन के सामने से गुजरने वाले मुख्य मार्ग पर सर्विस रोड के निर्माण का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। वकीलों ने इस अधूरी सर्विस लेन को पूरा करने की मांग को लेकर प्रभारी जिला जज सुश्री श्रीवास्तव से मुलाकात की और आमजन के हित में न्यायालय परिसर के गार्डन क्षेत्र का कुछ हिस्सा उपलब्ध कराने का अनुरोध पत्र सौंपा। यह सर्विस रोड पिछले पांच सालों से अटकी हुई है, जिसके चलते आवागमन में बाधा और लगातार दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है।

बढ़ती जनसंख्या और आवागमन की चुनौती

देवास में इंदौर से आने-जाने वाला यातायात दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। टाटा चौराहे से लेकर लक्ष्मी नारायण भवन क्लब तक दोनों ओर सर्विस रोड का प्रावधान पहले से मौजूद है, लेकिन जिला न्यायालय भवन के सामने यह सड़क अधूरी रह गई है। कारण है न्यायालय परिसर का गार्डन, जो इस रोड के बीच आड़े आ रहा है। 1996 में जब न्यायालय भवन का निर्माण हुआ, तब देवास की जनसंख्या करीब डेढ़ लाख थी और सर्विस रोड की जरूरत उतनी महसूस नहीं हुई। लेकिन आज, 30 साल बाद, जनसंख्या बढ़कर 6 लाख हो चुकी है और वाहनों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है।

दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ

अधूरी सर्विस रोड के चलते इस मार्ग पर दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि रोजाना हजारों मजदूर, स्कूली बच्चे और कॉलोनियों में रहने वाले लोग इस रास्ते का उपयोग करने को मजबूर हैं। वकीलों का कहना है कि अगर सर्विस लेन सुचारू हो जाए, तो न केवल दुर्घटनाएं कम होंगी, बल्कि आवागमन भी सुगम होगा। खासकर उन अभिभाषकों को फायदा होगा, जो इंदौर की ओर बनी कॉलोनियों में रहते हैं और गलत दिशा से यात्रा करने को मजबूर हैं।

मास्टर प्लान में शामिल, फिर भी अटका काम

देवास के मास्टर प्लान के तहत इस सर्विस रोड का निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन न्यायालय परिसर के हिस्से को खाली न करने के कारण यह योजना अधर में लटकी हुई है। वकीलों ने इस समस्या को हल करने के लिए जिम्मेदारी संभाली और जिला जज से आग्रह किया कि परिसर से रोड निकालने की अनुमति दी जाए। उनका तर्क है कि यह कदम न केवल आमजन के हित में होगा, बल्कि न्यायालय की सामाजिक जिम्मेदारी को भी दर्शाएगा।

क्या कहते हैं वकील?

वकीलों का कहना है, “यह सिर्फ सुविधा का सवाल नहीं, बल्कि लोगों की जान बचाने का मामला है। पिछले पांच सालों से यह मुद्दा लंबित है। अब समय आ गया है कि इसे हल किया जाए।” उन्होंने उम्मीद जताई कि जिला जज इस अनुरोध पर सकारात्मक कदम उठाएंगे।

आगे की राह

इस मांग को लेकर वकीलों की पहल को स्थानीय लोगों ने भी सराहा है। अब सबकी नजरें जिला न्यायालय के फैसले पर टिकी हैं। यदि यह सर्विस रोड बन जाती है, तो निश्चित रूप से देवास के इस व्यस्त मार्ग पर राहत मिलेगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

san thome school
Sneha
sardana
Back to top button