देवास

जब तक दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं, दो गज दूरी मास्क भी जरुरी, कोविड जागरुकता कार्यक्रम निरंतर जारी

देवास। कोविड-19 के दिन-प्रतिदिन बढ़ते मामलों के बीच समुदाय को इससे सुरक्षित रखने के लिए जन जागरूकता पर खास जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जिले के नेहरू युवा केंद्र संगठन के युवा मंडलों की टीमें भी संगठन के जिला युवा समन्वयक श्री अरविंद श्रीधर व लेखापाल अनिल जैन के मार्गदर्शन में लोगों को खुद सुरक्षित रहने के साथ ही परिवार को भी सुरक्षित रखने की तरकीब समझाने में जुटी है। विभिन्न कार्यक्रम पखवाड़े के आयोजनों के दौरान आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही संगठन के युवा भी समुदाय के बीच पहुँच रहे हैं। यह लोग पंचायत प्रतिनिधियों के जरिये सम्बंधित अभियान के साथ ही कोविड-19 से बचाव के बारे में भी घर-घर लोगों को बता रहे हैं कि कोरोना से बचना है तो तीन मूल मन्त्र को गाँठ बाँध लें, पहला जब भी घर से बाहर निकलें तो मुंह और नाक को मास्क से अच्छी तरह से ढककर रखें, दूसरा- किसी से भी मिलें या बैठक करें तो दो गज की दूरी बनाकर रखें और तीसरा- हाथों को स्वच्छ रखें यानि साबुन-पानी से अच्छी तरह बार-बार धुलते रहें या सेनेटाइजर से साफ करें। उनको हाथों को धुलने का सही तरीका भी बताया जा रहा है।
यह बात भलीभांति समझाई जा रही है कि जब तक इसकी कोई दवाई या वैक्सीन नहीं आ जाती है, तब तक किसी तरह की ढिलाई न बरतने में ही सभी की भलाई है। ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ये युवा मास्क बनाकर लोगों को मुहैया करा रहे हैं। और पहनते और उतारते समय बरती जाने वाली सावधानी जैसे हाथों को अच्छी तरह धुलकर ही मास्क की डोरी पकड़कर ही पहनें और डोरी पकड़कर ही उतारें और अच्छी तरह से धुलकर ही दोबारा इस्तेमाल करें। मास्क को कभी सामने से न छुएं इत्यादि महत्वपूर्ण बातें समझाइ जा रही है।
*रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर ज्यादा जोर*
ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस पर स्वास्थ्य जाँच व जरूरी सेवाएं मुहैया कराने के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए गुनगुना पानी पीने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए रसोई में मौजूद हल्दी, धनिया, जीरा, लहसुन, अदरक आदि के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है। खानपान पर भी जरूरी टिप्स दिए जा रहे हैं ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे और कोरोना के वार से शरीर सुरक्षित रहे। जिले के कन्नौद विकासखंड की एनवाईवी रचना पेठारी कहती हैं कि मार्च से लेकर अभी तक जब भी जिस भी घर पहुँचती हैं तो लोगों को उनकी जरूरत की बात बताने के साथ ही कोरोना से बचने के लिए जरूरी एहतियात बरतने की बात अवश्य बताते हैं। इसका समुदाय में असर भी देखने को मिल रहा है, लोग मास्क, दो गज की दूरी और हाथों को साफ रखने को लेकर जागरूक हुए हैं और उसका पालन भी कर रहे हैं। क्षेत्र के सोशल एक्टिविस्ट रुपराम पेठारी का कहना है कि सुबह से शाम तक जितने भी ग्रामीणों से मुलाकात होती है उनको कोरोना से बचाव के बारे में जागरूक किया जाता है और बीच-बीच में छोटे-छोटे समूहों में भी लोगों को कोरोना से बचने के टिप्स दिए जाते हैं, इसके पालन से लोग खुद के साथ ही अपने परिवार को भी सुरक्षित बना रहे हैं। क्षेत्र के समाजसेवी रेवाराम राठौर का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से जो भी सामुदायिक गतिविधियाँ हो रहीं हैं उसमें उस अभियान से सम्बंधित जागरूकता के साथ ही कोविड-19 के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस तरह एक पंथ दो काज की कहावत को फ्रंट लाइन वर्कर के जरिये पूरा किया जा रहा है।
सभी कार्यक्रमों में मुख्य रूप से संगठन के सक्रिय युवा शक्ति यूथ क्लब के युवा तरूणाई ओमप्रकाश सिटोले, महेन्द्र सोलंकी, जय डुलगज, राज झांझोट, प्रदीप, राजा पंचोली, हरिओम पेठारी, विक्रांत डुलगज, अशोक, रामचंद्र, संदीप, सुनिल इत्यादि का महत्वपूर्ण सहयोग रहता है।

Sneha
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