देवास, 13 सितम्बर 2025।
जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी सहायिका भर्ती में रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप सामने आए हैं। कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने खातेगांव परियोजना की पर्यवेक्षक अमिता जाट को कर्तव्यों में घोर लापरवाही और शिकायतों पर कार्रवाई न करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कन्नौद परियोजना कार्यालय रहेगा और वे केवल नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करेंगी।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत देवास को शिकायत मिली थी कि अमिता जाट ने ग्राम बरखेड़ी की पूजा कर्मा से आंगनवाड़ी सहायिका पद पर चयन करवाने के लिए 40 हजार रुपये की मांग की थी। जांच में यह आरोप पुष्ट पाया गया। इसके अलावा, ग्राम सुरजना निवासी आरती मेहदिया ने भी शिकायत की थी कि उनसे चयन के लिए 30 हजार रुपये की मांग की गई थी।
परियोजना अधिकारी द्वारा बार-बार स्पष्टीकरण मांगे जाने के बावजूद अमिता जाट ने कोई जवाब नहीं दिया। इस आधार पर कलेक्टर ने उन्हें तत्काल निलंबित करने का आदेश जारी किया।
जिले में इस तरह की शिकायतें महिला एवं बाल विकास विभाग की छवि को धूमिल करती हैं और ग्रामीण महिलाओं-बच्चों के लिए बनी योजनाओं पर भी सवाल खड़े करती हैं।


