भोपाल-देवास हाईवे बनेगा सिक्सलेन: 4 हजार करोड़ की लागत से होगा कायाकल्प, MPRDC ने शुरू किया सर्वे

भोपाल, मध्यप्रदेश – प्रदेश में सड़क अधोसंरचना को मजबूती देने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। भोपाल से देवास के बीच 149 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे को अब सिक्सलेन में बदला जाएगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 4,000 करोड़ रुपए है और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) ने इसके लिए सर्वे कार्य शुरू कर दिया है।
2010 में बना था फोरलेन, अब सिक्सलेन की तैयारी
इस हाईवे का निर्माण वर्ष 2010 में फोरलेन के रूप में हुआ था, लेकिन बीते वर्षों में इस मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव तेजी से बढ़ा है। वर्तमान में प्रतिदिन करीब 30 हजार वाहन इस हाईवे से गुजरते हैं, जिससे जाम और दुर्घटनाओं की समस्या बढ़ गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए अब इसे सिक्सलेन में विस्तारित किया जाएगा।
फ्लाईओवर और ओवरब्रिज होंगे शामिल
परियोजना के तहत सिर्फ चौड़ीकरण ही नहीं, बल्कि हाईवे पर कई स्थानों पर फ्लाईओवर और ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा। इससे कस्बों, गांवों और व्यस्त बाजारों के कट पाइंट्स पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।
दुर्घटना संभावित क्षेत्र होंगे प्राथमिकता में
हाईवे के सोंडा, अमलाह, कोठारी, बेदखेड़ी, किलेरामा, चौपाटी, पगारियारामां, जिला जोड़, डोडी जोड़, जावर, सेमलीबारी और मेहतवाड़ा जैसे क्षेत्रों में लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं। चौपाटी पर तो पहले ही सर्वे हो चुका है और यहां सिक्सलेन ओवरब्रिज बनाने की तैयारी है।
बीओटी, हाइब्रिड अन्युटी या ईपीसी मॉडल पर होगा निर्माण
इस परियोजना को बीओटी, हाइब्रिड अन्युटी या ईपीसी मॉडल में से किसी एक पर लागू किया जाएगा। अंतिम निर्णय मध्यप्रदेश मंत्री परिषद की स्वीकृति के बाद लिया जाएगा।
टोल वसूली व्यवस्था और अनुबंध
वर्तमान में इस हाईवे पर तीन स्थानों पर टोल टैक्स वसूला जा रहा है—भोपाल-सीहोर, सीहोर-आष्टा और सोनकच्छ-देवास खंडों पर। सड़क निर्माण और रखरखाव का अनुबंध वर्ष 2033 तक के लिए है, जिसे कोविड काल के कारण 257 दिनों के लिए बढ़ाया गया है।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
MPRDC के प्रबंध निदेशक भारत यादव ने बताया कि भोपाल-देवास हाईवे पर वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस कारण अब इसे फोरलेन से सिक्सलेन में अपग्रेड करने की दिशा में तैयारी चल रही है।
भोपाल-देवास सिक्सलेन हाईवे परियोजना ना केवल ट्रैफिक दबाव को कम करेगी, बल्कि यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक भी बनाएगी। यह परियोजना मध्यप्रदेश की अधोसंरचना विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।
भोपाल-देवास सिक्सलेन हाईवे परियोजना ना केवल ट्रैफिक दबाव को कम करेगी, बल्कि यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक भी बनाएगी। यह परियोजना मध्यप्रदेश की अधोसंरचना विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।
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