दाउदी बोहरा समाज में रमजान माह का समापन और ईद की तैयारी
रमजान का पवित्र माह दाउदी बोहरा समाज के लिए इबादत और बंदगी का माह रहा। पूरे माह समाज के लोगों ने रोजे रखे, नमाज पढ़ी और कुराने मजीद की तिलावत की। रोजा इफ्तार और सामूहिक भोज का आयोजन भी पूरे माह होता रहा। सामूहिक भोज में युवाओं की संस्था इंटरनेशनल बुरहानी गार्ड ने विशेष सहयोग दिया।
तिलावते कुरान मजीद:
इस माह में तीन शब में तिलावते कुरान मजीद का आयोजन हुआ। सभी अनुयायियों ने कुराने मजीद की तिलावत कर खतमुल कुरान किया गया। स्थानीय आमील सा. की सदारत में जामिया से आए हाफिज मुल्ला बुरहान भाई वजीही, मुल्ला अलीअसगर भाई खांडवाला, मुल्ला मुर्तजा भाई जमाली सहित शहर के हाफिजों ने तिलावत की।
मौला अली(अ.स.) की शहादत:
रमजान माह की 19 वें रोजे पर मौला अली(अ.स.) की शहादत पर स्थानीय आमिल सा. शेख अली हुसैन खेड़ीवाला ने वाअज (प्रवचन) की। जिसमें रमजान माह के महत्व, रोजे, नमाज व इस्लाम के पैगम्बरों पर प्रकाश डाला गया, मौला अली और इमाम हुसैन की शहादत का पुरजोर बयान किया गया। इस दिन पूरे आलम में सैयदना आलीकदर मुफ्फदल सैफुद्दीन सा. की और से पूरे आलम में इफ्तार व सामूहिक भोज दिया गया।
शबे कदर और मिलाद:
शबे कदर को पूरी रात मस्जिदों में इबादत की गई। इस अवसर पर मस्जिदों को आकर्षक फूूलों व लाईटों से सजाया गया। इसी दिन सैयदना सा. की मिलाद का जश्न भी मनाया गया। बच्चों ने बड़े उत्साह से आप की मिलाद का केक काटा गया सभी अनुयायियों ने सैयदना सा. को मुबारक बाद पेश की।
ईदुल फितर की तैयारी:
रमजान माह के 30 राजे पूरे होने पर 9 अप्रैल मंगलवार को इदुल फितुुर मनाया जाएगा। सभी मस्जिदों में अल सुबह की नमाज के बाद इदुल फितर की नमाज अदा की जाएगी। सभी अनुयायी इस अवसर पर एक दूसरे को ईद की मुबारक बाद पेश करेंगे। शरबत पिलाया जाएगा, सैयदना सा. के संदेश का अमन, भाईचारा, देश की तरक्की का वाचन किया जाएगा।