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देवास पुलिस का ‘ऑपरेशन प्रहार’ आदिवासी क्षेत्र में अवैध गांजा खेती पर कसा शिकंजा

देवास। अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ देवास पुलिस का ‘ऑपरेशन प्रहार’ लगातार प्रभावी हो रहा है। उदयनगर थाना क्षेत्र के ग्राम गुराडदा में 24 नवंबर को पुलिस ने 87 किलोग्राम गांजा जब्त कर 8.70 लाख रुपये की अवैध संपत्ति पकड़ी। इस कार्रवाई में एक आरोपी हर सिंह को गिरफ्तार किया गया।

उदयनगर: आदिवासी क्षेत्र में लंबे समय से अवैध खेती का गढ़

उदयनगर थाना क्षेत्र आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां लंबे समय से गांजे की अवैध खेती की जाती रही है। यह अवैध कारोबार स्थानीय स्तर पर वर्षों से जारी था, लेकिन पुलिस की पूर्ववर्ती व्यवस्था इसे रोकने में विफल रही। पुलिस की निष्क्रियता के चलते तस्करों ने यहां अपनी जड़ें मजबूत कर ली थीं।

हालांकि, नए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के पदभार संभालने के बाद यह परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। उनकी अगुवाई में ‘ऑपरेशन प्रहार’ के तहत तस्करों और मादक पदार्थों की खेती पर सख्त कार्रवाई शुरू हुई है।

‘ऑपरेशन प्रहार’: बदली हुई पुलिसिंग की झलक

पिछले आठ दिनों में पुलिस ने 27 स्थानों पर दबिश देकर कुल 437 किलोग्राम गांजा जब्त किया है, जिसकी कीमत 43.30 लाख रुपये आंकी गई है। 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 24 नवंबर को ग्राम गुराडदा में आरोपी हर सिंह के खेत से 86 गांजे के पौधे जब्त किए गए।

इससे पहले 16 नवंबर को पुलिस ने 72 घंटे के भीतर 26 स्थानों पर छापेमारी कर 350 किलोग्राम गांजा जब्त किया था। इस कार्रवाई में 9 तस्करों को गिरफ्तार किया गया।

पुलिसिंग में नया दृष्टिकोण

पुनीत गेहलोद की अगुवाई में पुलिस ने मुखबिर तंत्र, तकनीकी साक्ष्य और योजनाबद्ध रणनीति का इस्तेमाल कर तस्करों को घेरने की नई पहल की है। इसके विपरीत, पुरानी पुलिसिंग में इन क्षेत्रों में अवैध खेती और तस्करी पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए थे।

1. तस्करों के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की जांच।

2. खरीद, बिक्री, ट्रांसपोर्ट और सेवन से जुड़े सभी अपराधियों की पहचान।

3. योजनाबद्ध और तकनीकी साक्ष्यों पर आधारित छापेमारी।

आदिवासी क्षेत्र में अवैध खेती पर कड़ा प्रहार

गुराडदा जैसे आदिवासी बहुल इलाकों में अवैध गांजा खेती के पीछे मुख्य कारण पुलिस की लापरवाही और स्थानीय तस्करों की मिलीभगत थी। लेकिन वर्तमान पुलिस प्रशासन के कड़े कदमों से यह संकेत मिलता है कि देवास पुलिस अब इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद तस्करी के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा। मादक पदार्थों की खेती, बिक्री और सेवन से जुड़े हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
देवास पुलिस का ‘ऑपरेशन प्रहार’ न केवल मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने का प्रयास है, बल्कि यह प्रदेश में कानून और व्यवस्था को बेहतर बनाने की एक नई मिसाल भी है। अगर यह अभियान इसी रफ्तार से जारी रहा, तो निश्चित रूप से देवास जिले को मादक पदार्थों से मुक्त करने का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।

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