देवास पुलिस ने 5 दिन में पकड़े आरोपी
मास्टरमाइंड निकला डंपर का सहमालिक, बीमा राशि हड़पने और साथी को धोखा देने की थी साजिश
दिवाली की रात से शुरू हुआ मामला
देवास पुलिस ने दिवाली की रात घटित 57 लाख के डंपर चोरी मामले का 5 दिनों में पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने डंपर सहित चोरी में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट कार भी बरामद की है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ कि डंपर का सहमालिक ही इस घटना का मास्टरमाइंड था, जिसने बीमा राशि प्राप्त करने और अपने साथी को धोखा देने के उद्देश्य से इस साजिश को रचा था। पुलिस अब मामले में फरियादी दिलीप मानधन्या की भूमिका की भी जांच करेगी।
घटना का संक्षिप्त विवरण
31 अक्टूबर 2024 की रात को ग्राम बेडामऊ के पास स्थित एमार पेट्रोल पंप से फरियादी दिलीप मानधन्या, निवासी बागली, ने अपने टाटा बारह चक्का डंपर की चोरी की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद के मार्गदर्शन में थाना बागली प्रभारी हीना डाबर अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं। घटनास्थल की सूक्ष्मता से जांच के बाद मामला पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गई।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री आकाश भूरिया और एसडीओपी बागली सुश्री सृष्टि भार्गव के निर्देशन में तीन विशेष टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने घटनास्थल और आसपास के इलाकों के लगभग 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, टोल नाकों और अन्य स्थानों पर साक्ष्य एकत्र किए।
मास्टरमाइंड का खुलासा
जांच के दौरान पुलिस ने डंपर चालक अमजद उर्फ अन्नू पटेल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि डंपर के सहमालिक जसपाल सेंधव और अर्जुन सेंधव के कहने पर ही उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने डंपर और चोरी में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट कार को भी जब्त कर लिया। पुलिस अब दिलीप मानधन्या की भूमिका को लेकर भी जांच कर रही है, जिससे साजिश के सभी पहलुओं का खुलासा हो सके।
जब्त सामग्री
डंपर और स्विफ्ट कार, कुल मिलाकर लगभग 60 लाख रुपये की कीमत की सामग्री जब्त की गई है।
गिरफ्तार आरोपी
1. अमजद उर्फ अन्नू पटेल, निवासी अनारबाग, खजराना, इंदौर
2. जसपालसिंह सेंधव, निवासी ग्राम बेडामऊ, थाना बागली
3. अर्जुन सेंधव, निवासी ग्राम बेडामऊ, थाना बागली
सराहनीय योगदान
इस मामले के खुलासे में निरीक्षक हीना डावर, उनि मलखान सिंह भाटी, लोकेश कुशवाह, चित्तामण चौहान, उपेंद्र नाहर, नरेंद्रसिंह चौहान, ज्ञानेन्द्र कुमार, रोहित दसोरिया, दीपक कुशवाह, अरुण वर्मा, बलराम परमार और साइबर सेल के शिवप्रताप सिंह सेंगर, सचिन चौहान तथा अन्य अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।