देवास। थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने शिकार और जुआ के उद्देश्य से गुजरात से देवास आए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये सभी लोग देवास जिले के नागदा पहाड़ी क्षेत्र में शिकार की योजना बना रहे थे। पुलिस ने समय रहते मौके पर पहुंचकर इन लोगों को रोका। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपियों ने हंगामा खड़ा कर दिया और धमकी देने लगे कि जो भी उनकी सूचना पुलिस को देगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हुई कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने शहर में शांति भंग करने वालों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश का पालन करते हुए, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदौरिया और नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल ने थाना प्रभारी निरीक्षक शशिकांत चौरसिया को विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए। दिनांक 11 नवंबर 2024 को सूचना मिलने पर पुलिस टीम तुरंत ग्राम नागदा की पहाड़ी पर पहुँची और वहाँ घूम रहे संदिग्ध लोगों को पकड़ा।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अधिकांश लोग गुजरात के निवासी हैं। इनमें शामिल हैं:
1. तोफिक पिता शरीफ सैय्यद, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
2. जाफर पिता मोहम्मद अली, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
3. रिजवान पिता नासिर खान पठान, निवासी ओलवाड़, सूरत, गुजरात
4. हुजेफा पिता इब्राहिम सायकिलवाला, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
5. सिकंदर पिता गुलाम शेख, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
6. भुपेंद्र पिता प्रभुभाई प्रजापति, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
7. शाबाज पिता युसुफ खान, निवासी नागदा, धार, म.प्र.
8. सरफराज पिता करीम मिर्जा, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
9. अब्दुल अकरम पिता अब्दुल रऊफ, निवासी मुरखेड़ा, इंदौर, म.प्र.
10. करीम पिता मोहम्मद मिर्जा, निवासी वालोड़, तापी, गुजरात
11. जाफर पिता शाहदत हुसैन मंसुरी, निवासी केसुर, धार, म.प्र.
धारा 170 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को धमकियां दी और शोर-शराबा किया, जिससे क्षेत्र में शांति भंग होने की स्थिति बन गई। इसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को धारा 170 बीएनएसएस के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। देवास पुलिस ने साफ किया है कि शांति भंग करने और उन्माद फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
इस कार्यवाही में नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल, निरीक्षक शशिकांत चौरसिया, उपनिरीक्षक अजय डोड, सहायक उपनिरीक्षक नितिनसिंह, प्रधान आरक्षक सुरेश, विष्णु दांगी, पुनमचंद्र, तेजसिंह सिन्हा, आरक्षक अजय, नरेन्द्र, वाहन चालक दिनेश, सशस्त्र आरक्षक मनोज और सैनिक तेजसिंह मंडलोई की सराहनीय भूमिका रही।