
सोनकच्छ/भौंरासा। चोरी के जेवर खरीदने के मामले में पुलिस ने शनिवार को सोनकच्छ के प्रतिष्ठित सराफा व्यापारी विजय गजेश्वर को उठाया, लेकिन राजनीतिक दबाव और प्रभावशाली नेताओं के फोन कॉल्स के बाद कुछ ही घंटों में छोड़ दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भौंरासा थाना प्रभारी प्रीति कटारे अपनी टीम के साथ सुबह करीब 11:30 बजे सत्यम ज्वेलर्स पहुंची और व्यापारी से चोरी के जेवरात खरीदने को लेकर पूछताछ की। पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए और व्यापारी से वह जेवर बरामद कर लिए, जो ग्राम डकाच्या में हुई चोरी की वारदात से जुड़े बताए जा रहे हैं। इनकी अनुमानित कीमत करीब 35 हजार रुपये बताई जा रही है।
व्यापारी को धक्का देकर ले गई पुलिस
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, थाना प्रभारी कटारे ने व्यापारी का हाथ पकड़कर और धक्का मारते हुए उन्हें अपने साथ ले गईं। इस घटनाक्रम से नगर में आक्रोश फैल गया। देखते ही देखते सैकड़ों लोग सत्यम ज्वेलर्स पर एकत्र हो गए, और सोशल मीडिया पर पुलिस कार्रवाई को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
राजनीतिक दबाव में कुछ घंटों में मिली रिहाई
व्यापारी के समर्थन में सराफा व्यापारियों, चित्तौड़ा समाज और भाजपा नेताओं ने विरोध जताया। व्यापारी की गिरफ्तारी के विरोध में कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और सोनकच्छ बाजार बंद करने की चेतावनी दी। इस बीच, पुलिस पर कई प्रभावशाली नेताओं ने फोन कर दबाव बनाया।
आखिरकार, कुछ घंटों बाद पुलिस ने बयान लेकर व्यापारी को छोड़ दिया, जिसके बाद बंद दुकानें भी खुल गईं। इस पूरे घटनाक्रम से एक बार फिर भौंरासा पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है।
पुलिस ने जब्ती से किया इनकार
इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी ईश्वरसिंह मंडलोई ने बताया कि चोरी की घटनाओं की जांच चल रही है और व्यापारी को सिर्फ पूछताछ के लिए थाने लाया गया था, जिसे बाद में छोड़ दिया गया। हालांकि, व्यापारी से जेवर और डीवीआर जब्त करने की बात से उन्होंने इनकार कर दिया है।


