
देवास। टोंकखुर्द थाना क्षेत्र में बुधवार दोपहर एक बड़ी लूट की वारदात सामने आई, जहां दो नकाबपोश बदमाशों ने सहकारी सोसायटी के कर्मचारी से 32 लाख रुपये लूट लिए। बदमाशों ने कर्मचारी को रास्ते में घेरकर धमकाया और कैश से भरा बैग छीनकर फरार हो गए। पुलिस ने पूरे जिले में नाकाबंदी कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।
कैसे हुई वारदात?
जानकारी के अनुसार, पीपलरावां क्षेत्र के जमोनिया स्थित सहकारी सोसायटी के सहायक सचिव मुकेश पटेल किसानों से ऋण वसूली के 32 लाख रुपये लेकर टोंकखुर्द स्थित सहकारी बैंक में जमा करवाने जा रहे थे। जब वे जमोनिया से बरदू गांव के रास्ते पर पहुंचे, तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने उनका रास्ता रोक लिया। बदमाशों ने हेलमेट पहना हुआ था, जिससे उनकी पहचान नहीं हो सकी। उन्होंने कर्मचारी को धमकाते हुए रुपयों से भरा बैग छीन लिया और फरार हो गए।
पुलिस की कार्रवाई तेज
घटना की सूचना मिलते ही टोंकखुर्द पुलिस हरकत में आई और तुरंत सोनकच्छ, पीपलरावां, भौंरासा सहित आसपास के थाना क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया। कई स्थानों पर चेकपॉइंट लगाए गए, जबकि आसपास के जिलों को भी वारदात की जानकारी दी गई।
एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही बदमाशों को पकड़कर इस लूट का खुलासा किया जाएगा। पुलिस संभावित संदिग्धों और रूट की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
क्या सोसायटी कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था लचर?
मार्च का महीना होने के कारण किसानों की ऋण वसूली तेजी से की जा रही है, जिससे सहकारी सोसायटियों में नकदी का लेन-देन बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि कर्मचारी पहले भी इसी तरह रुपये लेकर बैंक में जमा करवाने जाते थे। सवाल उठता है कि इतनी बड़ी राशि के लेन-देन के दौरान कोई सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं थे?
जल्द होगा खुलासा!
फिलहाल पुलिस इस लूट की हर एंगल से जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि किसी अंदरूनी व्यक्ति को पैसे ले जाने की जानकारी हो सकती है। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है। इस वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


