
देवास लाइव। महिला एवं बाल विकास विभाग में लगातार छोटे-मोटे घोटाले तो चलते ही रहते हैं। लेकिन कभी-कभी इनके खुलासे भी हो जाते हैं।
ताजा मामला बागली क्षेत्र की आंगनबाड़ियों का है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने जिले भर में आंगनवाड़ी केंद्रों की पुताई के लिए 3 हजार रूपए प्रति आंगनवाड़ी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भेजे हैं। लेकिन क्षेत्र में सक्रिय महिला बाल विकास के वसूली एजेंटों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को डराकर 3 हजार रूपए खाते से निकलवा लिए और दिखाने के लिए आंगनवाड़ीयों की आगे की दीवार का रंग रोगन कर दिया।
सूत्रों के अनुसार बागली क्षेत्र में अनिल नाम का एक व्यक्ति सारी वसूली करता है। बागली के अलावा कमलापुर और अमलाताज क्षेत्र की आंगनबाड़ियों में इस तरह का घोटाला किया गया है। सोनकच्छ के इलाके में भी अब तक रंग रोगन नहीं किया गया है और सूत्र बताते हैं कि यहां भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से पैसों की वसूली कर ली गई है।
पिछली बार भी अनिल नाम के इस व्यक्ति की एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी जिसमें वह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से रिश्वत मांगता सुनाई दे रहा था। उस समय भी विभाग के आला अधिकारियों ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जिससे उसके हौसले बुलंद होते गए। हालांकि बाद में विभाग ने उसे हटा दिया। लेकिन अभी भी अनिल नाम का यह व्यक्ति महिला बाल विकास की बड़ी अधिकारी के लिए है वसूली करता है और उनका विश्वसनीय है।
मामले में महिला एवं बाल विकास अधिकारी रेलम बघेल का कहना है कि इस बात की जानकारी प्राप्त हुई है मामले की जांच करवाई जाएगी, साथ ही रंग रोगन के बाद सभी आंगनबाड़ियों की अंदर और बाहर की तस्वीरें भी बुलाई जाएंगी।


